नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 विमान ने आज सुबह तड़के पाकिस्तान के आठ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. यह सभी ठिकाने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बताए जा रहे हैं. इसमें एयरफोर्स ने बालाकोट में मौजूद जैश के एक सबसे बड़े ठिकाने को निशाना बनाया. इस बड़े आतंकी कैंप का सरगना युसूफ अजहर था.
सूत्रों के अनुसार इस हमले में 200-300 आतंकवादी मारे गए हैं. इस हमले पर विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें उन्होंने बताया कि भारत ने असैन्य कार्रवाई करते हुए आतंकी कैंप को अपना निशाना बनाया. उन्होंने कहा, ‘इस अभियान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकियों, ट्रेनरों और फिदायीन हमलावरों को मार गिराया गया है.
भारत के लिए बड़ी कामयाबी
इंडियन एयरफोर्स की इस कार्रवाई में जैश के बड़े कमांडर यूसुफ अजहर के ठिकाने के साथ-साथ कुछ और लॉन्च पैड को भी निशाना बनाने की बात सामने आई है. बता दें, एयरफोर्स के लिए सबसे बड़ी कार्रवाई यूसुफ अजहर के बड़े आतंकी कैंप को तबाह करना है. यूसुफ जैश के सरगना मसूद अजहर का साला है और सभी आतंकी गतिविधियों को देखता है.
जानिए कौन है यूसुफ अजहर?
यूसुफ अजहर वही आतंकी है जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर साल 1999 में फ्लाइट आईसी184 को हाईजैक कर लिया था. जिसके बाद वो इसे कांधार ले गया. यूसुफ ने यात्रियों को छोड़ने के बदले भारत की जेल में बंद मसूद अजहर और अपने अन्य साथियों को छोड़ने की मांग की थी. उसपर इस विमान के एक यात्री रुपिन कत्याल को गोली मारने का भी आरोप है.
JeM's Yusuf Azhar alias Mohammad Salim alias Ustaad Gohri who was targeted today by IAF #airstrike in Balakot across LOC was on the Interpol list and among the most wanted in India. pic.twitter.com/1eTj8FhFMJ
— ANI (@ANI) February 26, 2019
आपको बता दें कि यूसुफ अजहर जैश-ए-मोहम्मद का काफी पुराना सदस्य है. जब जैश को हरकतउल मुजाहिद्दीन के नाम से जाना जाता था, तब से यूसुफ आतंकी गतिविधियों से जुड़ गया था. विमान हाईजैक के बाद साल 2000 में इंटरपोल ने सीबीआई से युसूफ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की थी. फिलहाल वह मौलाना मसूद अजहर की हर साजिश को अंजाम तक पहुंचाने का काम करता है.