नई दिल्ली: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर के बारे में ऐसी अटकलें हैं कि वह बालाकोट में इंडियन एयरफोर्स की कार्रवाई में संभवतः मारा गया है, लेकिन वह रावलपिंडी में आर्मी के अस्पताल में इलाज करा रहा है. भारतीय अफसरों के मुताबिक, मसूद की किडनी खराब है. खबरों के मुताबिक, जिस वक्त अजहर की मौत की अटकलें जोरों पर थीं, उसी वक्त पाकिस्तानी सेना ने उसे बहावलपुर के गोथ गन्नी स्थित जैश के कैंप में शिफ्ट कर दिया.
बता दें, पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शुक्रवार को स्वीकार किया था कि अजहर उनके देश में है और बेहद बीमार है. कुरैशी ने एक इंटरव्यू में कबूल किया था कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर देश में ही है. कुरैशी ने मसूद का बचाव करते हुए कहा था कि उसकी तबीयत इतनी खराब है कि वह अपने घर से भी बाहर नहीं निकल सकता. हालांकि, उन्होंने भारत की तरफ से सबूत मुहैया कराए जाने पर मसूद पर कार्रवाई की बात कही थी.
इससे पहले शुक्रवार को ही अमेरिका ने पाक को चेतावनी दी थी. हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स (संसद का निचला सदन) के नेता स्टेन होयर ने कहा था कि दोनों देशों के बीच तनातनी की वजह पाक में छिपे आतंकी संगठन हैं, जो भारत पर हमला करते हैं. उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने के लिए कदम उठाने की अपील की.
आपको बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू के पुलवामा में सेना के कैंप पर आतंकी हमला हुआ था. इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. जैश आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो विस्फोटकों से भरी गाड़ी लेकर जवानों की बस से टकरा गया था. वकास कश्मीर घाटी का ही रहने वाला था. बताया जा रहा है कि जैश सरगना मसूद पिछले चार महीने से रावलपिंडी स्थित पाक आर्मी के अस्पताल में भर्ती है. कुछ दिन पहले उसने एक ऑडियो जारी किया था. इसमें उसने अपने भतीजे उस्मान की मौत का बदला लेने की बात कही थी. उस्मान पिछले साल जम्मू-कश्मीर के त्राल में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया था.