मुबंई: चुनाव में प्रचार के लिए बॉलीवुड और टीवी सेलेब्स की मदद लेना कोई नयी बात नहीं है. इस बार के चुनाव में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. कई नामी सेलेब्स को चुनाव प्रचार के लिए अप्रोच किया जा रहा है. अब इस लिस्ट में नया नाम अंगूरी भाभी का जुड़ गया है.
जी हां, ‘भाबीजी घर पर है’ की अंगूरी भाभी यानी शुभांगी अत्रे के पास कई राजनीतिक पार्टियों की तरफ से चुनाव प्रचार का हिस्सा बनने का ऑफर आ चुका है. अंगूरी भाभी की पॉपुलैरिटी इतनी ज्यादा है कि हर कोई उन्हें अपनी पार्टी से जोड़ने की कोशिश कर रहा है. लेकिन उनकी बात बन नहीं पा रही.
एक इंटरव्यू में शुभांगी अत्रे ने बताया कि अब तक उनके पास लोकसभा चुनाव में प्रचार करने के 6 ऑफर आ चुके हैं. लेकिन उन्होंने सभी ठुकरा दिए. शुभांगी नू कहा, ‘ये सभी ऑफर मुझे देश की अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों की तरफ से आए. लेकिन मेरे करेक्टर की पॉपुलैरिटी के हिसाब से ज्यादातर प्रचार के ऑफर यूपी और छोटे शहरों से थे’.
उन्होंने कहा कि हर चुनाव में उन टीवी एक्टर्स को चुनाव प्रचार के लिए बड़ा अमाउंट ऑफर किया जाता है जिनका घर-घर में काफी नाम होता है. लेकिन मैं किसी भी पॉलिटिकल पार्टी को एंडोर्स नहीं करना चाहतीं. इसलिए मैंने इन ऑफर्स का हिस्सा बनने से मना कर दिया.
शुभांगी ने बताया कि वह पॉलिटिक्स और कुछ राजनेताओं को फॉलो करती हैं. कई बार उनके बारे में ट्वीट भी करती हैं. लेकिन किसी पार्टी या कैंडिडेट के लिए आधिकारिक तौर पर कैंपेन करना अलग है. उसे वह नहीं करना चाहती.
बता दें, हाल ही में ‘भाबीजी घर पर है’ पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगा था. शो के एक एपिसोड में मोदी सरकार की स्कीम को प्रमोट करने को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत भी की गई थी. जिसके बाद आयोग ने चैनल को कारण बताओ नोटिस भेजा है. इसके अलावा एपिसोड से उस कंटेंट को हटाने के लिए भी कहा गया है.
जब शुभांगी अत्रे से चुनाव आयोग के नोटिस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने किसी भी तरह का कोई कमेंट करने से साफ इनकार कर दिया. शुभांगी ने कहा कि, इस बारे में कोई भी बात करने का यह सही समय नहीं है. चैनल इस मामले को देख रहा है.