लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ के माल इलाके के एक गांव में पड़ोस में रह रहे एक युवक ने किशोरी को अगवा कर उसके साथ दो दिन तक दुराचार किया। कहीं से सूचना पाने के बाद पीड़ित परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी और पुलिस ने पड़ोसी रिजवान के घर से उसे बरामद कर लिया। इसके बावजूद पुलिस पीड़ित पक्ष को टरकाती रही। देर रात पुलिस ने अपहरण की धारा में मामला दर्ज किया, लेकिन दुराचार का मामला नहीं दर्ज किया। एसएचओ का कहना है कि 361 के बयान के बाद दुराचार का मामला दर्ज किया जाएगा। आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है।
माल क्षेत्र के एक गांव में दलित किशोरी शुक्रवार रात रोज की तरह अपने जानवरों को देखने के लिए घर से बाहर निकली थी। बाहर घात लगाए बैठे मोहल्ले के दबंग ने चाकू की नोक पर मुंह दबाकर उसे अगवा कर लिया और अपने घर के एक कमरे में ले जाकर बंधक बना लिया। किशोरी के परिजन तलाश करते रहे, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका। गांव के ही कुछ लोगों से दबी जुबान से जानकारी मिलने पर किशोरी के भाई राजू ने शनिवार को पुलिस को तहरीर देकर पड़ोसी रिजवान व उसके भाई रईस के ऊपर शक जताया।
शिमला की मशहूर ग्रैंड होटल इमारत में भीषण आग, एक हिस्सा राख
पुलिस ने शनिवार देर शाम रिजवान के घर पर दबिश देकर किशोरी को एक कमरे से बरामद कर रिजवान को हिरासत में ले लिया है। किशोरी ने आरोप लगाया कि शुक्रवार की रात रिजवान उसे चाकू की नोक पर डरा धमका कर जबरन अपने घर घसीट ले गया था, जहां उसने कमरे में बंधक बना कर कई बार दुराचार किया और मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता का आरोप है कि इसके पूर्व भी दबंग कई बार छेड़छाड़ कर चुका है। रसूख के बल पर रिजवान पुलिस हिरासत में भी थाने के बाहर टहलता रहा और पैरवी करता रहा।
रविवार दोपहर रिजवान ने थाने से बाहर आकर कोई नशीली दवा पी लिया। पुलिस ने उसे ले जाकर सामुदायिक स्वास्य केन्द्र में भर्ती करा उसका इलाज कराया। दूसरी ओर किशोरी सहित उसके परिजन दो दिन से मामला दर्ज कराने के लिए थाने के चक्कर काट रहे हैं। पीड़िता के पिता ने बताया कि पुलिस ने लड़की की उम्र का प्रमाण पत्र लेकर आने की बात कह कर उसे चलता कर दिया है। पीड़ित परिवार दबंगों से डरा सहमा है। ग्रामीण इस घटना से आक्रोशित हैं।