आर्टिकल 370 को हटाने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्य बनाने के खिलाफ मंगलवार को प्रदर्शन कर रही सिविल सोसाइटी की महिला सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सरकार के फैसले के खिलाफ प्रदर्शऩ कर रहे महिलाओं में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और बहन समेत करीब दर्जन भर महिला कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि अब्दुल्ला की बहन सुरैया और उनकी बेटी साफिया महिला कार्यकर्ताओं की समूह को लीड कर रही थीं, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। बाद में पुलिस ने धारा 107 व 151 के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें सेंट्रल जेल भेज दिया। वहीं फारूक अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया है।
ब्लैक आर्म बैंड पहने और तख्तियां पकड़े हुए महिला प्रदर्शनकारियों को पुलिस कर्मियों द्वारा इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी गई थी। बता दें कि सिविल सोसाइटी की महिला सदस्य मंगलवार की सुबह लाल चौक से सटे प्रताप पार्क में एकत्रित हुईं और हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर। ये सभी महिलाएं राज्य से आर्टिकल 370 हटने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश में बांट जाने के फैसले का विरोध कर रही थीं
बता दें कि कश्मीर घाटी में पोस्ट पेड मोबाइल सेवा बहाल होने के कुछ ही घंटों बाद एहतियात के तौर पर एसएमएस सेवा बंद कर दी गयी। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। कश्मीर में सोमवार को दोपहर में 72 दिनों बाद पोस्ट पेड मोबाइल सेवा बहाल कर दी गयी थी जबकि इंटरनेट अभी भी बंद है। अधिकारियों ने बताया कि शाम 5 बजे एसएमएस सेवा बंद कर दी गयी।
अधिकारियों ने बताया कि 25 लाख से अधिक प्रीपेड मोबाइल फोन और व्हाट्सएप्प समेत अन्य इंटरनेट सेवाएं फिलहाल बाधित रहेंगी। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को कहा था कि इंटरनेट सेवाएं जल्दी ही बहाल की जाएंगी लेकिन सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार इसमें दो महीने का समय लग सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रीपेड सेवाओं पर फैसला अगले महीने लिया जा सकता है। कश्मीर में 5 अगस्त को मोबाइल सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था जब केंद्र सरकार ने राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। जम्मू में प्रतिबंध के कुछ दिनों बाद ही संचार सेवाएं बहाल कर दी गयी थी और अगस्त मध्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी शुरू कर दी गयी थीं। 18 अगस्त को मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला की बहन सुरैया ने कहा कि हम कश्मीर की महिलाएं भारत सरकार अनुच्छेद 370 व 35ए को रद्द करने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शासित राज्यों में विभाजित करने का विरोध करते हैं। हमारी मांग है कि जल्द से जल्द सियासी बंदियों को रिहा किया जाए, घाटी में नागरिक स्वतंत्रता और नागरिकों के मौलिक अधिकारों को बहाल किया जाए,और ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ शहरी इलाकों से सेना को हटाया जाए।