दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने जबरदस्त जीत हासिल करते हुए 62 सीटों पर कब्जा किया, तो वहीं बीजेपी के खाते में 8 सीटें गई। लेकिन कांग्रेस के लिए शर्मनाक बात यह रही कि दिल्ली में कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला..साथ ही 63 सीटों पर जमानत भी जब्त हो गई। जिसे लेकर कांग्रेस के कई दिग्गज पार्टी की रणनीति पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
कांग्रेस वरिष्ठ नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि हम दिल्ली फिर हार गए। आत्ममंथन बहुत हुआ अब कार्रवाई करने का समय है। शीर्ष स्तर पर निर्णय लेने में देरी, राज्य स्तर पर रणनीति और एकजुटता का अभाव के कारण हारे है। मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी स्वीकार करती हूं।
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उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल स्मार्ट पॉलिटिक्स और बीजेपी विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं, हम क्या कर रहे हैं? शर्मिष्ठा ने कहा, क्या हम ईमानदारी से कह सकते हैं कि हमने घर को व्यवस्थित रखने के लिए पूरा प्रयास किया। बता दें कांग्रेस का वोट प्रतिशत 2015 के 9.7 से घटकर 4.2 रह गया है। साल 2013 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को 24.55 फीसदी वोट मिले थे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन रहा। पार्टी को पांच फीसदी से कम वोट मिले हैं। कांग्रेस के 63 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली में कांग्रेस ने 15 साल शासन किया, लेकिन लगातार दूसरी बार चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई। सिर्फ तीन उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली, देवेंद्र यादव और अभिषेक दत्त ही अपनी जमानत बचा पाए।