महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर काबिज़ होने के बाद पहली बार उद्धव ठाकरे दिल्ली आ रहे हैं। वे शाम 4 बजे दिल्ली पहुंचेंगे। उद्धव ठाकरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। शिवसेना ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया है। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलेंगे।इसके बाद उद्धव ठाकरे बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी मुलाकात भी करेंगे।
बता दें कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी से अपनी 17 साल पुरानी दोस्ती तोड़कर अपने धुर विरोधी शरद यादव की एनसीपी से गठबंधन कर लिया था। जबकि बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव लड़ा था और दोनों ने जीत भी हासिल की थी. लेकिन सीएम पद को लेकर दोनों पार्टी में आपसी सहमति नहीं बनी। कई हफ्तों के राजनीतिक ड्रामे के बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली।
इस मुलाकात को इसलिए भी अहम माना जा रहा कि जब महाविकास अघाड़ी यानि कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन में कई मुद्दों को लेकर टकराव की स्थिति बनी हुई है। बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून और एनपीआर को लकेर शिवसेना, एनसीपी औऱ कांग्रेस के बीच मतभेद है।
जहां उद्धव ठाकरे ने कहा कि CAA, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) अलग-अलग हैं. CAA से किसी को डरने की जरूरत नहीं है. हालांकि NRC को लेकर उन्होंने साफ किया कि वो महाराष्ट्र में लागू नहीं होगा.’ वहीं दूसरी ओर शरद पवार ने कहा है कि उनकी पार्टी CAA, NRC और NPR के बिल्कुल खिलाफ है.