अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप भारत दौरे पर थे। उसी वक्त दिल्ली में हिंसा की चिंगारी भड़की और ये हिंसा दिल्ली में तीन दिन तक जारी रही। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद का वो भाषण है, जिसमें वे अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के दौरान विरोध प्रदर्शन की बात कर रहे हैं। अमित मालवीय ने वीडियो ट्वीट कर आरोप लगाया है कि दिल्ली में हुई हिंसा पहले से सुनियोजित थी।
Umar Khalid, already facing sedition charges, gave a speech in Amaravati on 17Feb, where he exhorted a largely Muslim audience to come out on streets in huge numbers when Trump arrives in India on 24th.
Was the violence in Delhi planned weeks in advance by the Tukde Tukde gang? pic.twitter.com/feUMwpPeKS
— Amit Malviya (@amitmalviya) March 2, 2020
अमित मालवीय ने वीडियो ट्वीट कर लिखा कि उमर खालिद पहले से ही देशद्रोह का झेल रहे हैं। 17 फरवरी को उन्होंने अमरावती में एक भाषण दिया था। जहां पर उन्होंने बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों को संबोधित किया था और 24 फरवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप के दौरे के दौरान सड़को पर उतरने की बात कही।ऐसे में क्या दिल्ली में हुई हिंसा पहले से सुनियोजित थी।
वीडियो में उमर खालिद भाषण देते नजर आ रहे हैं जिसमें वे कह रहे हैं कि हम वादा करते हैं कि जब 24 फरवरी को डॉनाल्ड ट्रंप हिंदुस्तान आएंगे, तो हम ये बताएंगे कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री और हिंदुस्तान की सरकार हिंदुस्तान को बांटने की कोशिश कर रही है। महात्मा गांधी के उसूलों की धज्जियां उड़ा रहे हैं और ये बताएंगे की हिंदुस्तान की आवाम हिंदुस्तान के हुक्मरानों के खिलाफ लड़ रही है। अगर हिंदुस्तान के हुक्मरान देश को बांटना चाहते हैं, तो देश की आवाम जोड़ने को तैयार है। हम तमाम लोग सड़कों पर उतर कर आएंगे।
बता दे कि JNU के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद का नाम उस वक्त सामने आया था, पुलिस ने जेएनयू परिसर में नौ फरवरी 2016 को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाने के लिए पूर्व छात्रों उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था ।