कोरोना वायरस की वैक्सीन के लिए अभी तक खोज चल रही है। हालांकि कुछ देश इस बीमारी के तोड़ का दावा कर चुके हैं, लेकिन अभी भी मेडिकल साइंस में इस अदृश्य दुश्मन से निपटने के लिए रिसर्च की जा रही है। जानलेवा वायरस कुछ ही महीनों में लाखों लोगों को मौत की नींद सुला चुका है। कोरोना वायरस किसी को निशाना बनाने के लिए कोई उम्र नहीं देखता है। बच्चे से लेकर बूढ़े तक और महिलाओं को भी कोरोना अपनी चपेट में ले रहा है। हैरानी वाली बात है कि प्रेग्नेंट महिलाओं के गर्भ में होने वाले बच्चों को भी कोरोना नहीं छोड़ रहा है। हालांकि, कई ऐसे मामले भी आए हैं जिनमें कोरोना संक्रमित प्रेग्नेंट से उनके बच्चों में वायरस का संक्रमण नहीं हुआ है। अब वैज्ञानिक प्रेग्नेंट महिला से उनके बच्चों में वायरस फैलने को लेकर रिसर्च भी कर रहे हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की इसी पर एक रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोरोना संक्रमित प्रेग्नेंट महिला से उसका बच्चा भी संक्रमित हो सकता है।
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आईसीएमआर ने बताया कारण…
आईसीएमआर ने बताया है कि प्रेगनेंट महिला से उसके बच्चे में वायरस कैसे फैल रहा है। आईसीएमआर ने कहा है कि कुछ वायरस ऐसे भी होते हैं जो मां के पेट से ही बच्चों में चले जाते हैं। जैसे, मां को अगर मलेरिया है तो उससे बच्चे को भी हो सकता है। हालांकि, एचआईवी पॉजिटिव महिला से बच्चे में इसके ट्रांसमिशन होने की आशंका कम रहती है। कुछ वायरस पैदा होने पर भी नवजात पर हमला बोल देते हैं।
कोरोना से प्रेग्नेंट महिलाओं को खतरा
आईसीएमआर ने बताया कि प्रग्नेंसी के दौरान मां की इम्यूनिटी क्षमता कम हो जाती है। यही वजह है कि प्रग्नेंसी की अवस्था में मां किसी भी वायरस की चपेट में आ सकती है। आईसीएमआर ने संभावना जताई है कि कोरोना का असर प्रेग्नेंट महिलाओं को भी है।
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