राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना काल की वजह से लागू लॉकडाउन से अगर कोई सबसे ज्यादा प्रभावित है, तो वो मजदूर वर्ग है। न जेब में पैसा और न पेट में रोटी…इसका सड़क पर पैदल चलते और ट्रकों में भेड़-बकरियों की तरह भरे मजदूरों की तस्वीरों को देखकर साफ पता लगाया जा सकता है। लॉकडाउन देश के कोने-कोने से कहीं मजदूरों के ट्रेन से कटकर मर जाने की खबरें आ रही हैं, तो कहीं रोड पर कुचल कर मौत की खबर। इस बीच यूपी के औरैया में भी मजदूर अपनी इसी बेबसी का शिकार हो गए। कोरोना काल में भूखमरी से बचने के लिए अपने घर की ओर निकले थे, लेकिन रास्ते में ही सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। शनिवार सुबह औरैया में हुए इस भीषड़ सड़क हादसे में 24 मजदूरों की मौत हो गई। जबकि 35 लोग घायल हो गए।
ये घटना हादसा शहर कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाईवे 2 के पास हुई। जहां ट्रक और डीसीएम के बीच हुई भिड़ंत में इन मजदूरों को अपनी जान गंवानी पड़ी। बताया जा रहा है कि हादसे का शिकार हुए सभी मजदूर ट्रक से दिल्ली से बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जा रहे थे।
सीएम योगी सख्त हुये
वहीं, घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। साथ ही, दुर्घटना के लिए ज़िम्मेदार ट्रक मालिकों व चालकों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। ट्रकों को भी सीज कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रकों व ग़ैर यात्री वाहनों से श्रमिकों को ढोने वाले वाहन स्वामियों व चालकों के ख़िलाफ़ तत्काल गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया जाए। वहीं, औरैया मामले में बार्डर एरिया के दोनों थाना प्रभारियों को भी निलंबित कर दिया गया है।
सीएम ने घटना पर एसएसपी, आईजी, एडीजी से स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं, मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को दो लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा देना का ऐलान किया है।
इस घटना पर अब राजनीति भी तेज हो गई है। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवाजी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने घटना लिए योगी सरकार को जिम्मेदारी ठहराया। अखिलेश ने ट्वीट कर लिखा कि उप्र के औरैया में सड़क हादसे में 24 से भी अधिक ग़रीब प्रवासी मज़दूरों की मौत पर अवर्णनीय दुख। घायलों के लिए दुआएं. सब कुछ जानकर… सब कुछ देखकर भी… मौन धारण करनेवाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं। ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या है।
उप्र के औरैया में सड़क हादसे में 24 से भी अधिक ग़रीब प्रवासी मज़दूरों की मौत पर अवर्णनीय दुख. घायलों के लिए दुआएँ.
सब कुछ जानकर… सब कुछ देखकर भी… मौन धारण करनेवाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं.
ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 16, 2020
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने ये ऐलान किया समाजवादी पार्टी प्रदेश के प्रत्येक मृतक प्रवासी मजदूरों के परिवार को एक लाख रुपये की मदद पहुंचाएगी। इतना ही नहीं. बीजेपी को निशाने पर लेते हुए अखिलेश ने कहा कि इन हादसों की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बीजेपी सरकार भी प्रति मृतक 10 लाख रुपये की राशि दे।
घर लौट रहे प्रवासी मज़दूरों के मारे जाने की ख़बरें दिल दहलानेवाली हैं. मूलत: ये वो लोग हैं जो घर चलाते थे. इसलिए समाजवादी पार्टी प्रदेश के प्रत्येक मृतक के परिवार को 1 लाख रु की मदद पहुँचाएगी.
नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए निष्ठुर भाजपा सरकार भी प्रति मृतक 10 लाख रु की राशि दे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 16, 2020