नोएडा, राजसत्ता एक्सप्रेस। अनलॉक-1 की घोषणा के बाद एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने की छूट फिलहाल नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर लागू नहीं होगी। दिल्ली में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नोएडा प्रशासन किसी भी तरह का रिस्क लेने की स्थिति में नहीं है। नोएडा के जिला मैजिस्ट्रेट ने आदेश दिया है कि फिलहाल जिले से सटी हुई दिल्ली की सीमा को सील ही रखा जाएगा। जिलाधिकारी सुहास एल वाई ने कहा है कि नोएडा में कोरोना के संक्रमण को और ना बढ़ने देने के लिए दिल्ली सीमा को नहीं खोला जाएगा।
नोएडा के जिला प्रशासन के मुताबिक नोएडा में कोरोना के 42 फीसदी केस दिल्ली के कारण आए हैं। ऐसे में फिलहाल दिल्ली की स्थिति को देखते हुए सीमा को खोलना सही नहीं होगा।
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— DM G.B. Nagar (@dmgbnagar) May 31, 2020
याद दिला दें कि अनलॉक-1 की घोषणा के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इस दौरान एक राज्य से दूसरे राज्य में निजी वाहन जाने पर रोक नहीं रहेगी। उन्होंने दिल्ली-यूपी बॉर्डर को खोलने का फैसला नोएडा और गाजियाबाद के जिलाधिकारी पर छोड़ दिया था। सीएम योगी ने कहा था कि दो राज्यों की सहमति के आधार पर ही अंतर्राज्यीय आवागमन होगा। हालांकि प्रदेश के भीतर बस सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी।
24 घंटे में कोरोना के 262 नए मामले आए सामने
24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 262 नये मामले सामने आये हैं और राज्य में इस वक्त कुल 2901 मरीज उपचार से गुजर रहे हैं, उधर, 4709 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं और अब तक 213 लोगों की मौत हुई है। इस वक्त पृथक वार्ड में 2938 लोगों को रखकर उनका इलाज किया जा रहा है। राज्य में 9976 सैम्पल जांचे गये। अब तक 77 लाख 68 हजार 346 घरों का सर्वेक्षण किया गया है। प्रमुख सचिव ने बताया कि अब तक 11 लाख 28 हजार 804 प्रवासी कामगारों की ट्रैकिंग की गयी, इनमें से 1027 लोगों में कोरोना का कोई न कोई लक्षण पाया गया है। इनकी टेस्टिंग और इलाज का काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में एक मई से 10 मई तक जो प्रवासी कामगार यहां आये थे, उनकी पृथक-वास अवधि आज पूरी हो चुकी है।