नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। मॉडल जेसिका लाल मर्डर केस सभी के जेहन में होगा। आप सोच रहे होंगे आज इस सनसनीखेज हत्याकांड के जिक्र की वजह क्या हो सकती? चलिये हम आपको बताते हैं। जेसिका लाल को गोली मारने वाला मनु शर्मा की जेल से रिहाई का फरमान आ चुका है। दिल्ली के एलजी ने इस पर अपनी मुहर लगा दी है। मनु शर्मा उम्रकैद की सजा काट रहा था। हम आपको बताते हैं कि ठीक 21 साल पहले 29 अप्रैल 1999 को जेसिका लाल और मनु शर्मा के बीच ऐसा क्या हुआ जिसके चलते इस चर्चित हत्याकांड ने दिल्ली में तहलका मचा दिया।
29 और 30 अप्रैल 1999 की वो दरम्यानी रात भी आम दिनों की तरह थी। जेसिका लाल मॉडलिंग के साथ-साथ पब में भी काम करती थी, एक सेलिब्रटी बार टेंडर। उस रात कांग्रेस के कद्दवार नेता विनोद शर्मा का बेटा मनु शर्मा शराब पीने के लिये पब पहुंचा था। काउंटर पर जेसिका थी। रात के तकरीबन दो बज चुके थे।
मनु शर्मा ने शर्मा मांगी लेकिन जेसिका ने वक्त का हवाला देते हुये कहा कि काउंटर बंद हो चुका है, शराब नहीं मिल सकती। जेसिका ने मना क्या किया नेताजी के बेटे को ये बात रास नहीं आई और .22 कैलिबर की पिस्टल निकाली और हवा में एक फायर किया। गोली बार के छत में जा लगी।
जेसिका तब भी नहीं डरी। इस बार मनु शर्मा ने जेसिका के सिर में गोली मार दी और उसने वहीं दम तोड़ दिया। उस दौरान शायन मुंशी जोर से चीखा। गोली चलने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। मौका देखकर मनु शर्मा घटनास्थल से फरार हो गया।
जेसिका की हत्या होने के बाद पुलिस ने मनु शर्मा को आरोपी के तौर पर गिरफ्तार कर लिया। बाद में अदालती कार्रवाई में कोर्ट ने पुलिस की रिपोर्ट को झूठा माना और मनु को बरी कर दिया। मनु तो बरी हो गया लेकिन मीडिया और आम लोगों के बीच इस मुद्दे ने जोर पकड़ लिया।
जेसिका के परिवार को मीडिया का सपोर्ट मिला और केस दोबारा खुला। इस दौरान पूरी दिल्ली ने जेसिका को इंसाफ दिलाने की मांग की। जब केस दोबारा खुला तो इसके चश्मदीद गवाह एक्टर श्याम मुंशी ने भी अपना बयान कोर्ट में दर्ज कराया। दिसंबर 2006 को दिल्ली हाई कोर्ट ने मनु शर्मा को मामले में दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई। जिसके बाद मनु शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की लेकिन वहां भी कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा।