वॉशिंगटन: अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल ने खुलासा किया है कि दुनिया में वायरस फैलने से पहले चीन में वुहान की एक लैब के कर्मचारी बीमार पड़े थे. इस खबर के मुताबिक, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलोजी के तीन शोधकर्ता नवंबर 2019 में बीमार हुए थे और उन्होंने अस्पताल में इलाज के लिए मदद भी मांगी थी.
बता दें, डब्ल्यूएचओ की एक टीम कोरोना वायरस के तथ्यों की जांच के लिए वुहान की लैब भी गई थी. जिसके बाद डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि इस पुष्टि नहीं हुई है कि कोरोना वायरस वुहान की लैब से फैला. लेकिन इसके उलट अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल में ये खुफिया रिपोर्ट छपी है, जिसके बाद एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं कि क्या वुहान से ही कोरोना वायरस की शुरुआत हुई. खुफिया रिपोर्ट में लिखा गया है कि दुनिया में वायरस फैलने से पहलेएक लैब में शोधकर्ता बीमार हो गए थे.
अमेरिकी अखबार में ये दावा ऐसे वक्त किया गया है जब दुनियाभर में जारी कोरोना के कहर के बीच जिनेवा में आज से वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की अहम बैठक शुरू हो रही है. ये बैठक 1 जून तक चलेगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन की सबसे बड़ी निर्णायक संस्था की यह बैठक कोविड संकट खत्म करने के उपायों और भविष्य में ऐसी किसी महामारी के रोकथाम उपायों पर चर्चा करेगी.
इस बैठक में दुनिया के विभिन्न देशों के प्रतिनिधिमंडल, यूएन पर्यवेक्षक, सहयोगी सदस्यों, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी शरीक होंगे. हालांकि मौजूदा कोविड संकट के मद्देनजर WHA की यह 74वीं बैठक वर्चुअल तरीके से ही होगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी परिषद की अगुवाई इस समय भारत के पास है.