लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चलाए जाने के निर्देश दिए हैं. प्रवक्ता के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान बाढ़ प्रभावित इलाकों में छह लोगों की मौत हुई है. इस तरह मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 211 तक पहुंच गया है.
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प्रवक्ता ने बताया, “एक जुलाई, 2018 से आठ अगस्त, 2018 तक कुल 211 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 166 लोग घायल हुए हैं. इस अवधि में कुल 242 पशुओं की मौत हुई है. क्षतिग्रस्त होने वाले मकानों की संख्या 2,732 है.” उन्होंने बताया कि सात अगस्त, 2018 तक के समस्त प्रभावित परिवारों को राहत सहायता वितरित की जा चुकी है.
एनडीआरएफ की 11 टीमें तैनात की गई हैं
बाढ़ के खतरे से निपटने और राहत एवं बचाव कार्य प्रभावी ढंग से करने के लिए एनडीआरएफ की 11 टीमें तैनात की गई हैं. इसके अलावा एसडीआरएफ की 3 कंपनियां भी लगाई गई हैं. पी.ए.सी. फ्लड बटालियन के तहत कुल 17 कंपनियां हैं, जिन्हें बाढ़ के प्रति अति संवेदनशील 26 जिलों में तैनात कर दिया गया है.
प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ की स्थिति से अब तक 12 जिलों फरु खाबाद, फैजाबाद, बिजनौर, कानपुर देहात, गोंडा, कानपुर नगर, बहराइच, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, पीलीभीत, मऊ में 1,08,965 जनसंख्या प्रभावित हुई है.
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लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम जारी
उन्होंने बताया कि इनमें से 15,382 लोगों तथा 1,253 पशुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है. इसके लिए अब तक 46 राहत शिविर लगाए गए हैं. बाढ़ प्रभावितों में अब तक 1,486 खाद्यान्न सामग्री बैग वितरित किए जा चुके हैं.
पिछले 24 घंटे में हुई क्षति के संबंध में प्रवक्ता ने बताया कि जनपद इलाहाबाद में एक, गाजियाबाद में एक, खीरी में दो, फरु खाबाद में एक और रामपुर में एक व्यक्ति सहित कुल छह व्यक्तियों की मृत्यु हुई है.