नई दिल्ली। भारत सरकार कोरोना वायरस (Coronavirus) को जड़ से खत्म करने के लिए कमर कस चुकी है। अब इसी दिशा में सरकार ने आगे कदम बढ़ाते हुए 2 वर्ष से लेकर 18 वर्ष के बच्चे को covaccine लगाने की स्वीकृति दे दी है। पहले केवल 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को ही वैक्सीन लगवाने की इजाजत थी, लेकिन कोरोना को जड़ से खत्म करने की दिशा में पिछले काफी दिनों से इस बात की आवश्यकता को समझा जा रहा था कि देश के बच्चों का भी टीकाकरण होना जरूरी है,
तभी हम कोरोना से पूर्ण तौर पर छुटकारा पा सकते हैं। लिहाजा, स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए सरकार की तरफ से अब 2 से 18 वर्ष के बच्चों की भी टीका लगानी शुरू हो जाएगी। बता दें कि कोवैक्सीन को बच्चों को लगाने से पहले इसका क्लीनिकल ट्रायल किया गया था, जिसमें ये 76 फीसद तक कारगर साबित हुआ है। इसके अतिरिक्त covaccine दवा निर्माता कंपनी ने 2 से 6 वर्ष , 6 वर्ष से 12 वर्ष और 12 से 18 वर्ष के बीच के बच्चों में इसका ट्रायल कर लिया है। किसी भी उम्र के बच्चे के ट्रायल के बाद किसी तरह की कोई बड़ी समस्या सामने नहीं आई है। जिसके पश्चात अब इसे बच्चे को लगाने का निर्णय लिया गया है।
तीसरी लहर से पूर्व सरकार का बड़ा कदम
कोरोना की पहली और दूसरी लहर से सबक लेते हुए सरकार ने कोरोना से तीसरी लहर से पूर्व हर व्यक्ति का टीकाकरण करवा देना चाहती है, ताकि यदि निकट भविष्य में तीसरी लहर की यह संभावना वास्तविकता में बदलती है, तो उस भयावह स्थिति से निपटने के लिए सरकार अपने लाव-लश्कर दुरूस्त कर लें, ताकि किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने में मदद मिल सके ।