अभी दुनिया को कोरोना के कहर से निजात मिला ही नहीं था कि, एक नए रहस्मय बीमारी ने दस्तक दे डाला। दुनियाभर के 20 से ज्यादा देशों में एक मई तक 200 से ज्यादा बच्चे इस बीमारी के चपेट में आ चुके हैं। लिवर से जुड़ी रहस्यमय बीमारी की चपेट में , सबसे ज्यादा मामले यूरोपीय देशों में आए हैं, जिनमें 100 से ज्यादा मामले सिर्फ़ ब्रिटेन में देखने को मिले हैं।
गौरतलब है की विश्व स्वास्थ्य संगठन का ध्यान इसकी तरफ तब गया, जब अप्रैल में स्कॉटलैंड में 10 बच्चे एक साथ बीमार पाए गए।पीड़ित बच्चों की उम्र 17 वर्ष तक है, सबसे ज्यादा संख्या पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की है।
इस बीमारी की चपेट में आए बच्चों का लीवर बुरी तरह से प्रभावित हो रहा हैं। 20 से ज्यादा बच्चों को लीवर ट्रांसप्लांट करना पड़ा , और एक बच्चे की मौत लीवर नाकाम होने से हो गई। यह बीमारी बिल्कुल नई है , इसके बारे में अभी जानकारी जुटाई जा रही हैं।
बीमार बच्चों में दिखे ये लक्षण
इस संक्रमण से पीड़ित बच्चों के लिवर में सूजन देखी गई। लिवर एंजाइम जैसे, एस्पार्टेट ट्रांसएमिनेस (एएसटी) या ऐलेनिन एमिनोट्रांसेमिनेज (एएलटी) का स्तर 500 आईयू/एल से अधिक देखा गया।
इसके अलावा पेट दर्द , दस्त और उल्टी जैसे लक्षणों के साथ ही आंखों के सफेद हिस्से में पीलापन , पेशाब का रंग गहरा होना , त्वचा में खुजली , मांसपेशियों व जोड़ों में दर्ज , बुखार , थकान , भूख न लगने जैसे पीलिया के लक्षण भी देखने को मिले हैं।
ब्रिटेन में वायरल हेपेटाइटिस से पीड़ित 77 फीसदी बच्चे एडेनोवायरस से संक्रमित मिले हैं। अमेरिका में भी बच्चों में एडेनोवायरस मिला है। वहीं,
डब्ल्यूएचओ के अनुसार कम से कम 20 बच्चे कोविड और एडेनोवायरस दोनों से संक्रमित मिले हैं, जिसके कारण से बच्चों के लिवर में सूजन जैसी गंभीर समस्या आ रही है। मगर, अभी इस बारे में और अधिक शोध और पुख्ता जानकारी की दरकार है।
प्रभावित देशों में:- अमेरिका, ब्रिटेन, डेनमार्क, आयरलैंड, नीदरलैंड, नॉर्वे, फ्रांस, रोमानिया, बेल्जियम, जापान, इस्राइल, स्पेन, इटली, जर्मनी, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, स्वीडन, तुर्की, कनाडा और ग्रीस इत्यादि है।