Monsoon Session : संसद (Indian Parliament) के मानसून सत्र के दूसरे हफ्ते में भी मचे बवाल (Uproar) ने कार्यवाही (Proceedings) की आहुति चढ़ा ली । विपक्षी सदस्यों के सस्पेंशन (Suspension) और सरकार द्वारा राष्ट्रपति के अपमान को बड़ा मुद्दा बनाने से सुलह-सपाट की गुंजाइश समाप्त हो गई। सत्र के 10 दिनों में अब तक किसी अहम विषय (Important Issue) पर चर्चा नहीं हो पाई और लोकसभा में मात्र दो ही बिल पास कराए जा सके।
विपक्ष सत्र के दूसरे हफ्ते (Second Week) में भी महंगाई (Inflation), बेरोजगारी (Unemployment), जीएसटी और अग्निपथ (Agnepath) पर बातचीत के लिए बवाल कटता रहा। इस बीच सत्तारूढ़ बीजेपी ने विपक्ष पर दबाव बनाने के लिए गुरुवार को राष्ट्रपति के अपमान को बड़ा विषय बना लिया। इससे शुक्रवार को भी संसद की कार्यवाही बाधित रही।
सोमवार को भी सुचारू रूप से कार्यवाही होने की संभावना ना के बराबर ही है। बीजेपी ने राष्ट्रपति के अपमान पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया से तो विपक्ष ने स्मृति ईरानी (Smriti Irani) से माफी मांगने को लेकर दृढ़ संकल्पित होने का संदेश दिया है। लोकसभा में बवाल के बीच बिना किसी चर्चा के अंटार्कटिका बिल तो प्रतीकात्मक चर्चा के बीच परिवार न्यायालय संशोधन बिल पास किए गए।