कंझावला कार कांड में आरोपी ने पुलिस के सामने कबूला कि उन्हें पता था कि लड़की कार के नीचे फंसी हुई है, लेकिन डर के चलते कार को नहीं रोका। बताया कि स्कूटी सवार युवती को टक्कर मारने के बाद वह कार के नीचे फंस गई थी। फिर कार को सुल्तानपुरी से कंझावला तक लाया गया, इस दौरान करीब 12 किमी तक लड़की कार के नीचे फंसी रही।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों को पता था कि अगर उन्होंने कार रोकी और युवती को बचाया तो उनके खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया जाएगा। गौरतलब है कि दिल्ली में 1 जनवरी की तड़के 20 वर्षीय अंजलि हादसे की शिकार हो गई थी। दिल्ली में सड़क पर अंजलि की लाश मिली थी।
पुलिस के अनुसार, आरोपी बेहद डरे हुए थे, जिस कारण वे तब तक गाड़ी चलाते रहे, जब तक कि महिला की बॉडी नहीं गिरी। इससे पूर्व, आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि कार के अंदर लाउड में म्यूजिक बज रहा था, इसलिए उन्होंने बॉडी को नहीं देखा और जब उन्हें पता चला कि क्या हुआ है तो वे मौके से फरार हो गए। लेकिन अब उन्होंने कबूल किया है कि पहले का दिया गया उनका बयान झूठ था।