देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार यानी 1 फरवरी को लोकसभा में 2023-24 का केंद्रीय बजट प्रस्तुत करेंगी। आगामी वर्ष होने वाले इलेक्शन से पूर्व यह बजट नरेंद्र मोदी सरकार का अंतिम पूर्ण बजट होगा। इस वर्ष का बजट बहुत अहम होने वाला है क्योंकि देश में अप्रैल-मई 2024 में अगला लोकसभा चुनाव होना है। संसद में सुबह 11 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अपना संबोधन देंगी।
लोकसभा में मंगलवार को पेश आर्थिक सर्वे 2022-23 का साफ संकेत है कि नरेंद्र मोदी सरकार आर्थिक सुधारों की बड़ी डोज पर काम कर रही है। इन सुधारों में उद्योग जगत को लाइसेंस व इंस्पेक्टर राज से मुक्ति दिलाने पर विशेष जोर हो सकता है। इसमें प्रशासनिक सुधारों को लेकर कुछ बहुत ही अहम कदम भी शामिल है, जो भारत को विकासशील देशों की श्रेणी से निकालकर विकसित देशों की श्रेणी में रखने में मददगार साबित होंगे।
इकोनॉमिक सर्वे तैयार करने वाले वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीइए) वी. अनंत नागेश्वरन ने भी भावी सुधारों के इन कदमों के बारे में कहा कि देश की क्षमता के समुचित दोहन के लिए सरकार को कई सुधार अभियान चलाने होंगे।आर्थिक सर्वे ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान अर्थव्यवस्था के वर्तमान हालात की तुलना पूर्व अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के कार्यकाल से की है।