नई दिल्लीः भाजपा ने आने वाले चार विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियों को लेकर कमर कस ली है. मिशन 2019 को लेकर बीजेपी अभी से ही जोर आजमाइश में जुट गई है. इसके लिए शनिवार को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक दिल्ली के अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में चल रही है.
इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि, SC/ST मुद्दे के बारे में भ्रम पैदा करने का प्रयास किया गया है, लेकिन इससे 2019 के चुनावों पर कोई असर नहीं पड़ेगा, उन्होंने कहा 2019 में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ आएगी क्योंकि संकल्प की शक्ति को कोई पराजित नहीं कर सकता.
“We will come with an absolute majority. Sankalp ki shakti ko koi parajit nahi kar sakta”, says BJP President Amit Shah at BJP office bearers meeting (Sources) (file pic) #Delhi pic.twitter.com/9Ouz71BnR5
— ANI (@ANI) September 8, 2018
उन्होंने कहा, पार्टी डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट, पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृद्धि को लेकर हमलावर विपक्ष एवं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण संशोधन विधेयक संसद में पारित कराने को लेकर सवर्ण समाज की नाराजगी के बीच समाज के सभी वर्गो के लोगों के बीच सामाजिक समरसता का संदेश फैलाने पर जोर देगी.
चुनावी रणनीति की तैयारी
आपको बता दें, कि इस कार्यकारणी बैठक में पार्टी इसी साल होने वाले चार राज्यों के विधानसभा चुनाव और अगले साल के लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी रणनीतियों पर चर्चा कर रही है. बैठक में इन राज्यों के साथ-साथ मिशन 2019 के लिए चुनावी मुद्दों पर भी चर्चा की जा रही है. गौरतलब है कि, इसी साल मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं. इनमें तीन राज्यों में भाजपा की सरकार है.
#Visuals BJP President Amit Shah at BJP office bearers meeting at Delhi’s Ambedkar International Centre. pic.twitter.com/IM30gIodPW
— ANI (@ANI) September 8, 2018
बैठक से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ अंबेडकर की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए. इस बैठक में दोपहर के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के अध्यक्षीय भाषण के पहले पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में एजेंडा तय किया जाएगा. भाषण के बाद सभी प्रदेश अध्यक्ष अपने अपने राज्यों की रिपोर्टिंग देंगे. जिसके बाद चुनावी राज्यों पर अलग-अलग चर्चा करके रणनीति तैयार की जाएगी.
बैठक में राजनीतिक, आर्थिक और विदेश नीति से संबंधित प्रस्ताव पारित होंगे. इसके अलावा दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किया जाएगा. बैठक के अंत में रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा.