Surya Grahan 2023: दुनिया की सभीसभ्यताओं में ग्रहण को विशेष बताया गया है। पुराणों के अनुसार ग्रहण मानव जाति के लिए शुभ नहीं होता है। इस दौरान कई नकारात्मक शक्तियां प्रभावी हो सकती हैं और दूसरों का अशुभ करती हैं। यदि ज्योतिष के अनुसार देखा जाए तो ग्रहण को शुभ या अशुभ नहीं माना जाता है। वरन उस ग्रहण के दौरान बनने वाले ग्रह-नक्षत्रों के योग के अनुसार पर भविष्यवाणी की जाती है।
हम सभी जानते हैं कि ग्रहण भी दो प्रकार के होते हैं – सूर्य ग्रहण और चन्द्र ग्रहण। इनमें सूर्य ग्रहण अमावस्या के दिन होता है जबकि चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है। मौजूदा साल यानी 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को दिन गुरुवार को लगाने वाला है। यह प्रातः 7.04 बजे से दोपहर 12.29 बजे तक रहेगा। वैज्ञानिकों के अनुसार यह भारत में नहीं प्रत्यक्ष होगा लेकिन इसका प्रभाव पूरी दुनिया में देखने को मिलेगा।
ग्रहण के दौरान किसी चीज का सेवन नही करें
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने से परहेज करना चाहिए नहीं तो इसका बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में इस दौरान पका हुआ खाना खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा इस दौरान काटने-छीलने का काम भी नहीं करना चाहिए।