बीते कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों में बारिश के चलते सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। लाल टमाटर के भाव भी 200 रुपए किलो पहुंच गए है। ऐसे में लोगों की थाली का जायका भी बिगड़ा बिगड़ा है और साथ ही घर का बजट भी गड़बड़ा गया है। रिटेल शॉप पर टमाटर 150 से 160 रुपये प्रति किलो में बेचा जा रहा है।
लेकिन अब जल्द ही टमाटर की कीमतें कम हो सकती है। इसके लिए केंद्र की मोदी सरकार ने सुपर प्लान तैयार कर लिया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने यह निर्देश दिया है। केंद्र ने बुधवार को सहकारी समितियों नेफेड और एनसीसीएफ को आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से टमाटर खरीदने और प्रमुख उपभोक्ता केंद्रों में वितरित करने का निर्देश दिया है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शुक्रवार (14 जुलाई) से खुदरा दुकानों के जरिए घटी दरों पर उपभोक्ताओं को टमाटर दिए जाएंगे।
सरकार ने टमाटर के बढ़ते दाम पर काबू पाने के लिए अपनी योजना में नेशनल एग्रीकल्चारल कॉरपोरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन यानी नेफेड और नेशनल कॉरपोरेटिव कंज्यूमर फोरम यानी एवसीसीएफ को शामिल किया है। दोनों संगठनों को सरकार की ओर से आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र की मंडियों से टमाटर खरीदने और उन्हें उन प्रमुख कंज्यूमर सेंटर्स में डिस्ट्रीब्यूट करने का निर्देश दिया है, जहां रिटेल सेल ज्यादा होती है।
कंल्यूमर मामलों के डिपार्टमेंट ने बयान में कहा कि पिछले एक महीने में कीमतों में सबसे अधिक वृद्धि देखने को मिली है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में शुक्रवार (14 जुलाई) से खुदरा दुकानों के जरिए घटी दरों पर उपभोक्ताओं को टमाटर दिए जाएंगे। ऐसे में दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए सरकार ने एक बड़ी राहत दी है।
सरकार के बयान के अनुसार, नेफेड और एनसीसीएफ टमाटर खरीदेंगे। मंत्रालय के अनुसार पिछले एक महीने में जिन स्थानों पर खुदरा कीमतें राष्ट्रीय औसत से अधिक रही हैं, वहां टमाटर घटी कीमतों पर वितरित किए जाएंगे। मंत्रालय ने कहा कि जिन स्थानों पर टमाटर की खपत अधिक है, वितरण के लिए उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।