मंगलवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से साधक को कर्ज से मुक्ति मिलती है। साथ ही इस व्रत के प्रभाव से साधक की सेहत भी अच्छी होती है। वहीं सीहोर वाले पं. प्रदीप मिश्रा ने शिव पुराण के आधार पर भौम प्रदोष व्रत के कुछ आसान उपाय बताए हैं, जिससे मांगलिक दोष से छुटकारा मिलता है तो आइये जानते हैं 12 सितंबर को कौन से भौम प्रदोष उपायों करें, जिससे परेशानियों से छुटकारा मिल जाए।
भौम प्रदोष व्रत के दिन ऐसे करें पूजा
1. सुबह उठकर स्नान ध्यान कर व्रत का संकल्प लें
2. घर के पूजास्थल को स्वच्छ कर एक चौकी पर शिव पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें और विधिविधान से पूजा करें।
3. शिवजी का गंगाजल से अभिषेक करें, बेलपत्र धतूरा आदि चढ़ाएं।
1. सुबह उठकर स्नान ध्यान कर व्रत का संकल्प लें
2. घर के पूजास्थल को स्वच्छ कर एक चौकी पर शिव पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें और विधिविधान से पूजा करें।
3. शिवजी का गंगाजल से अभिषेक करें, बेलपत्र धतूरा आदि चढ़ाएं।
4. शिव मंत्रों का जाप करें और शिव चालीसा का पाठ करें।
5. शिव आरती गाएं, भौम प्रदोष व्रत कथा पढ़ें।
6.शिवजी को भोग लगाएं।
7. शाम को फिर स्नान ध्यान कर शिवजी की पूजा करें, आरती आदि गाएं।
8. अगले दिन व्रत का पारण करें।
6.शिवजी को भोग लगाएं।
7. शाम को फिर स्नान ध्यान कर शिवजी की पूजा करें, आरती आदि गाएं।
8. अगले दिन व्रत का पारण करें।
कर्ज से मुक्ति का उपाय
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भौम प्रदोष व्रत के दिन स्नान के पानी में केसर डालकर नहाएं। शिवलिंग पर केसर मिश्रित जल चढ़ाकर 11 बार शिव चालीसा और फिर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें, इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। कर्ज से मुक्ति के लिए यह कारगर उपाय है। वहीं इस दिन तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं और गरीबों को अन्न, वस्त्र का दान करें। इससे शिव संग हनुमानजी की कृपा बरसती है, जिससे सभी तरह की परेशानियां दूर होती हैं।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भौम प्रदोष व्रत के दिन स्नान के पानी में केसर डालकर नहाएं। शिवलिंग पर केसर मिश्रित जल चढ़ाकर 11 बार शिव चालीसा और फिर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें, इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। कर्ज से मुक्ति के लिए यह कारगर उपाय है। वहीं इस दिन तालाब या नदी में मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं और गरीबों को अन्न, वस्त्र का दान करें। इससे शिव संग हनुमानजी की कृपा बरसती है, जिससे सभी तरह की परेशानियां दूर होती हैं।