काशी से अयोध्या जाने में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को दिक्कतों का सामना न हो इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार नित्य नै योजनाओं पर कार्य कर रहीं हैं। इसी क्रम में पहले नमो घाट से हेलीकॉप्टर सेवा को मूर्त रूप देने की तैयारियों में प्रशासन जुटा हुआ है तो रेलवे ने भी इसकी तैयारी कर ली है। रेलवे सूत्रों के अनुसार यदि सब कुछ सही रहा तो आगामी 17 दिसंबर को प्रधानमंत्री के दौरे पर देश की सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत की सौगात काशी से अयोध्या के बीच दे सकती है। इसके लिए रेलवे प्रशासन की तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार इस वंदे भारत के नए रैक चेन्नई स्थित आईसीएफ फैक्ट्री में बनकर तैयार हैं। इसे खास काशी -अयोध्या के कल्चर को देखते हुए बनाया गया है। अंदर इसके धार्मिक चित्र बनाए गए हैं जो राम मंदिर और काशी विश्वनाथ की गाथा बताएंगे। इस ट्रेन का प्रस्ताव 6 माह पहले ही रेलवे बोर्ड को भेजा गया था। यह ट्रेन वाया प्रयागराज अयोध्या जाएगी। कुछ दिन पहले वाराणसी पहुंची रेलवे की टीम ने इस ट्रेन के प्रस्तावित रुट का निरीक्षण किया था और रेलवे को रिपोर्ट भेजी थी।
प्रधानमंत्री अपने दो दिवसीय दौरे पर 17 दिसम्बर को वाराणसी आ रहे हैं। ऐसे में वो 1 हजार करोड़ की सौगात काशी को दे सकते हैं। इसमें यदि सबकुछ ठीक रहा तो प्रधानमंत्री काशी से अयोध्या के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएंगे। रेलवे इसकी तैयारियों में लगा है।