लखनऊः उत्तर प्रदेश आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) ने हनी ट्रैप के मामले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को नोएडा से गिरफ्तार किया है. वह महिलाओं की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर सैन्य कर्मियों से दोस्ती करता था और उनसे गोपनीय सूचनाएं लेकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को भेजता था.
इसकी जानकारी उप्र के पुलिस महानिदेशक ओमप्रकाश सिंह ने बुधवार को दी. ओमप्रकाश सिंह ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बीएसएफ का जवान अच्युतानंद मिश्रा लड़कियों के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर सशस्त्र बलों के कर्मियों से मित्रता करता था और उनसे सेना से जुड़ी तमाम गोपनीय सूचनाएं लेकर आईएसआई को देता था.
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डीजीपी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी मध्यप्रदेश के रीवा क्षेत्र का रहने वाला है वह वर्ष 2006 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था. उसके मोबाइल और फेसबुक आईडी से कई सबूत मिले हैं. उन्होंने बताया कि अच्युतानंद ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है. एटीएस के पुलिस उपाधीक्षक मनीष सोनकर की अगुवाई में टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.
एटीएस के मुताबिक दूसरे चरण में मिश्रा की बातचीत महिला जासूस से पाकिस्तान नंबर से व्हाट्सएप पर शुरू हुई. इसके बाद यह स्पष्ट हो गया कि वह सूचनाएं पाकिस्तान भेज रहा है. पाकिस्तानी नंबर से चैट में मिला है कि इसे धर्म परिवर्तन और कश्मीर पर भारत विरोधी बातें कहकर प्रभावित किया जा रहा था.
मिश्रा के मोबाइल और फेसबुक से तमाम साइबर साक्ष्य मिले हैं. उसके द्वारा शेयर किए गए पिक्चर्स और वीडियो भी एक्सट्रेक्ट कर लिए गए हैं. उसने महिला जासूस का नंबर अपने फोन में ‘पाकिस्तानी दोस्त’ के नाम से सेव किया था. फिलहाल मिश्रा के खिलाफ ऑफिसियल सीक्रेट्स एक्ट की धारा 3,4,5,9 व आईपीसी की धारा 121ए और आईटी एक्ट 66डी में अपराध पंजीकृत किया गया है.