जयपुर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को राफेल विमान सौदे में कथित घोटाले, धनशोधन के आरोपों का सामना कर रहे व्यापारियों के देश छोड़ कर भागने और नोटबंदी के मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘चुप्पी’ पर सवाल उठाए. राहुल ने डुंगरपुर में रैली को संबोधित करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री अपने आप को देश का चौकीदार कहते हैं, लेकिन भारत के लोगों ने अब कहना शुरू कर दिया है, ‘गली-गली में शोर है, देश का चौकीदार चोर है”
उन्होंने कहा, “मैं इस ‘चौकीदार’ से पूछना चाहता हूं कि संप्रग के कार्यकाल में तय की गई राफेल विमान की कीमत तीन गुना क्यों बढ़ाई गई. क्यों राफेल सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए अनिल अंबानी को साथ फ्रांस ले जाया गया. क्यों यह चौकीदार चुप थे जब विजय माल्या वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात के बाद देश का 9,000 करोड़ रुपये लूटकर भाग गया.”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कालेधन के बारे में बोलते थे, नोटबंदी लेकर आए और पूरे देश को कतार में खड़ा कर दिया. राहुल ने कहा, “किसानों, कर्मचारियों और मजदूरों को बैंकों को आगे लंबे कतार में देखा जा सकता था, लेकिन क्या आपने सूट पहने किसी भी व्यक्ति को या ललित मोदी, विजय माल्या या अंबानी को कतार में लगे देखा? यह केवल गरीब लोग थे जिन्होंने बैंकों के बाहर कतार में अपना पसीना बहाया.”
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उन्होंने कहा, “यहां तक कि जेटली ने भी कहा है कि माल्या विदेश जाने से पहले उनसे मिला था. ऐसे मामलों में जब एक कांस्टेबल एक चोर को भागने देता है तो हम उसे भी जेल में भेजते हैं. अब वित्त मंत्री ने उस चोर की मदद की है जो 9,000 करोड़ रुपये लेकर भाग गया. क्यों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप हैं?”
राहुल ने कहा कि कांग्रेस कभी ‘फर्जी’ वादे नहीं करती. उन्होंने कहा, “हमने कभी भी 15 लाख रुपये लोगों के खातों में ट्रांसफर करने का वादा नहीं किया था, लेकिन हम वादा करते हैं कि हम राजस्थान को प्रमोट करने का 100 प्रतिशत प्रयास करेंगे. हम प्रधानमंत्री की तरह अपने मन की बात के बजाए आपके मन की बात करेंगे.”
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने नई नौकरियों का वादा किया था. लेकिन, आप जब अपने कपड़ों, ट्राउजर, जूतों और फोन में मेक इन इंडिया के लेबल को खोजेंगे तो आपको केवल मेड इन चाइना का लेबल मिलेगा.” उन्होंने कहा कि ‘एकबार जब कांग्रेस की सरकार बन गई, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि छोटे व्यापारी, सूक्ष्म व मझौले उद्योगों और किसानों को ऋण दिया जाए, ताकि किसी को पकौड़ा न तलना पड़े.’
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उन्होंने कहा कि हम ‘गब्बर सिंह टैक्स’ को जीएसटी में बदलेंगे ताकि छोटे व्यापारियों को मुश्किलों का सामना न करना पड़े. उन्होंने कहा जीएसटी को छोटे व्यापारियों के बारे में सोचे बिना कुछ उद्योगपतियों को खुश करने के लिए लाया गया.