नई दिल्ली। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ADR ने अपनी ताजा रिपोर्ट में राजनीतिक दलों को 2022-23 में राजनीतिक दलों को मिले चंदे की जानकारी दी है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी को इतना चंदा मिला है, जितना कांग्रेस समेत 4 दलों का मिलाकर भी नहीं है। एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि बीजेपी को 2022-23 में 7945 चंदे मिले। इनसे बीजेपी को 719.858 करोड़ रुपए हासिल हुए। वहीं, कांग्रेस को 894 चंदे से 79.924 करोड़ रुपए इस दौरान मिले। कांग्रेस, सीपीएम, आम आदमी पार्टी और नेशनल पीपुल्स पार्टी को कुल जितना चंदा मिला, उससे 5 गुना ज्यादा अकेले बीजेपी ने हासिल किया। एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि बीजेपी को साल 2021-22 में चंदे के तौर पर 614.626 करोड़ रुपए मिले थे। इससे पिछली बार के मुकाबले उसे 17.12 फीसदी ज्यादा चंदा मिला है।
एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि साल 2021-21 में कांग्रेस को चंदे के तौर पर 95.459 करोड़ रुपए हासिल हुए थे। यानी 2022-23 में उसे पिछले साल के मुकाबले 16.27 फीसदी कम चंदा मिला है। रिपोर्ट के मुताबिक सीपीएम को चंदे में 39.56 करोड़ की गिरावट आई। उसे 2022-23 में 3.978 करोड़ रुपए मिले। जबकि, आम आदमी पार्टी को 2021-22 के मुकाबले 2.99 फीसदी कम यानी 1.143 करोड़ रुपए ही चंदा मिला। एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि राष्ट्रीय पार्टियों को दिल्ली से सबसे ज्यादा 276.202 करोड़ का चंदा हासिल हुआ। दूसरे नंबर पर गुजरात रहा। जहां से राष्ट्रीय पार्टियों को 160.509 करोड़ मिले। जबकि, तीसरे नंबर पर महाराष्ट्र रहा। यहां से पार्टियों को 96.273 करोड़ का चंदा हासिल हुआ।
इनके अलावा देश की छठी राष्ट्रीय पार्टी बीएसपी ने चुनाव आयोग को जानकारी दी है कि उसे 2022-23 के दौरान 20000 रुपए से ज्यादा का एक भी चंदा नहीं मिला है। चुनाव आयोग के नियम के तहत जो भी रजिस्टर्ड राजनीतिक दल हैं, उनको हर वित्तीय वर्ष में 20000 रुपए से ज्यादा के चंदों की जानकारी साझा करनी होती है। इस तरह देखा जाए, तो बीजेपी ने 2022-23 में चंदा हासिल करने के मामले में बाकी पार्टियों को पछाड़ दिया है। इससे पहले भी बीजेपी लगातार चंदा हासिल करने में नंबर 1 पार्टी रहती आई है। 2014 में केंद्र में सरकार बनाने के बाद बीजेपी को लगातार ज्यादा चंदा मिलता रहा है।