दिल्ली में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए एक खुशखबरी है। दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का अब ट्रांसफर नहीं होगा। 5000 से ज़्यादा शिक्षकों के ट्रांसफ़र के ऑर्डर को वापस ले लिया गया है। बता दें कि पिछले काफी दिनों से दिल्ली के गवर्नमेंट टीचर्स के ट्रांसफर को लेकर सियासत चल रही थी। दिल्ली सरकार ने आरोप लगाया था कि उनकी मंजूरी के बिना इतने बड़े स्केल पर शिक्षकों के तबादले कर दिए गए।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को बधाई! 2 जुलाई को 5000 से ज़्यादा शिक्षकों के ट्रांसफ़र के ऑर्डर को वापस ले लिया गया है।
भाजपा ने दिल्ली की शिक्षा क्रांति को रोकने के लिए LG साहब के माध्यम से हज़ारों शिक्षकों के ट्रांसफ़र करवा दिए थे। परंतु दिल्ली वालों के संघर्ष के कारण,… pic.twitter.com/3jFYHXKBuN
— Atishi (@AtishiAAP) July 8, 2024
दरअसल, शिक्षा निदेशालय ने 11 जून को “शिक्षा निदेशालय के शिक्षण कर्मचारियों के तबादले के लिए ऑनलाइन अनुरोध” शीर्षक से एक परिपत्र जारी किया था, जिसमें सेक्शन 16 के तहत निर्देश दिया गया था कि एक ही विद्यालय में दस वर्ष से ज्यादा समय तक सेवा देने वाले सभी टीचर्स को अनिवार्य रूप से तबादले के लिए आवेदन करना होगा। ऐसा न करने पर उन्हें शिक्षा निदेशालय किसी भी विद्यालय में स्थानांतरित कर देगा।
‘दिल्ली वालों के संघर्ष के कारण, यह षड्यंत्र फेल हो गया’
आम आदमी पार्टी का सांसद आतिशी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को बधाई देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा, “दिल्ली के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को बधाई! 2 जुलाई को 5000 से ज्यादा शिक्षकों के ट्रांसफर के ऑर्डर को वापस ले लिया गया है। भाजपा ने दिल्ली की शिक्षा क्रांति को रोकने के लिए LG साहब के माध्यम से हजारों शिक्षकों के ट्रांसफर करवा दिए थे। परंतु दिल्ली वालों के संघर्ष के कारण, यह षड्यंत्र फेल हो गया। केजरीवाल सरकार दिल्ली के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध है, चाहे इसके लिए हमें कितनी भी लड़ाई लड़नी पड़े।”