नई दिल्ली: रुपए में जारी गिरावट खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. बुधवार को रुपया अब तक के सबसे निम्नतम स्तर पर पहुंच गया. पहली बार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 73 के पार चला गया है. रुपया 33 पैसे की गिरावट के साथ 73.24 के स्तर पर खुला है.
कच्चे तेल की कीमत बढ़ने से गिरावट
रुपये में इस गिरावट की मुख्य वजह कच्चे तेल की बढ़ती कीमत को माना जा रहा है. कच्चा तेल 85 डॉलर के पार चला गया है. कच्चे तेल की कीमत बढ़ने के पीछे ईरान पर अमेरिका द्वारा लगाए जाने वाले प्रतिबंध हैं जो जल्द लागू होने वाले हैं. इस वक्त एशिया में रुपया सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली करंसी बन चुका है. जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में डॉलर के मुकाबले रुपया 75 डॉलर का स्तर तक छू सकता है.
महंगाई बढ़ने की आशंका
रुपए के 73 का स्तर पार करने के बाद महंगाई और बढ़ेगी. डॉलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी और कच्चा तेल महंगा होने से घर के बजट में 10 से 15 फीसदी तक बढ़ोतरी हो गई है. पेट्रोलियम पदार्थों खासकर डीजल के मूल्य में बढ़ोतरी का असर दैनिक उपभोग की वस्तुओं पर दिखना शुरू हो गया है. इसकी वजह से आलू-प्याज और हरी सब्जियों की कीमत में 30 फीसदी तक का इजाफा हो चुका है, वहीं ब्रेड और अंडे जैसी दैनिक उपयोग की चीजें भी महंगी हो गई हैं.
माल ढुलाई का खर्च बढ़ा
रुपए में गिरावट के कारण पेट्रोलियम पदार्थों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. इस महीने सात दिनों में ही डीजल 1.65 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल 1.31 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है. इसके कारण माल ढुलाई पर खर्च चार से पांच फीसदी बढ़ गया है, जिससे ढुलाई खर्च बढ़ गया है. छुलाई का खर्च बढञने के कारण आम जरूरतों की चीजों के दामों में भी इजाफा हो गया है.