महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर जिले में 2 बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण के मामले को लेकर लोगों में काफी रोष है। इस मामले में आज महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल के लिए प्रशासक की नियुक्ति कर दी है। वहीं बदलापुर रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ और पुलिस पर पथराव के मामले में 300 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। अब तक 72 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है।
300 लोगों पर दर्ज हुई FIR
बता दें कि स्कूल में दो बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण की ख़बर सामने आने के बाद अभिभावक और बदलापुर के स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। घटना के विरोध में हजार के करीब लोग बदलापुर के लोकल ट्रेन के रेलवे ट्रैक पर उतर आएं। भीड़ ने लगभग 10 घंटे स्टेशन पर उत्पात मचाया और तोड़फोड़ की। इस दौरान पुलिस पर भी पथराव किया गया। पथराव में 17 पुलिसकर्मी घायल हो गए। देर रात पुलिस ने करीब 300 लोगों को चिन्हित कर उन पर एफआईआर दर्ज कराई है। जिसमें से 72 लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है। इलाके की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए इंटरनेंट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। जिले के स्कूल भी बंद हैं।
SIT का गठन
बच्चियों के साथ हुई घिनौनी हरकत की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है। इसका नेतृत्व आईजी आरती सिंह कर रही हैं। जानकारी के मुताबिक यह मामला फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा। आरोपी को 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
MVA ने 24 अगस्त को बुलाया बंद
महाविकास अघाड़ी (MVA) ने इस घटना के विरोध में 24 अगस्त को महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है। एमवीए के नेताओं ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार इस मामले में कार्रवाई करने में देरी कर रही है। नेताओं ने कहा कि ऐसे गंभीर मामले में सीएम शिंदे की प्रतिक्रिया दुर्भाग्यपूर्ण है।
क्या है मामला?
बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला13 अगस्त का है। जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर जिले में स्थित आदर्श स्कूल के एक 23 साल के सफाई कर्मचारी ने दों बच्चियों के साथ यौन शोषण किया। जिसके बाद बच्ची डरी-सहमी दिखने लगीं और स्कूल जाने से मना करने लगीं। माता-पिता को कुछ शक हुआ। उन्होंने लड़की से प्यार से पूछा तब उसने स्कूल में उसके साथ हुई घिनौनी हरकत के बारे में बताया। इस संबंध में एक पैरेंट ने दूसरी लड़की के अभिभावक से संपर्क किया।
पैरेंट्स यौन शोषण की एफआईआर लिखवाने पुलिस के पास गए तो वे पॉस्को के तहत मामला दर्ज करने में टालमटोल लगी। जिसके बाद पीड़ित बच्ची के अभिभाव ने इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद ली। फिर बदलापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले पर एफआईआर दो दिन बाद 16 अगस्त की देर रात दर्ज किया गया। फिलहाल आरोपी 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत में है।