राजकोट: वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में डेब्यू कर रहे युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने इतिहास रच दिया है. पृथ्वी ने डेब्यू टेस्ट में शतक मारने का कारनामा किया है. अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाने वाले पृथ्वी सबसे युवा भारतीय क्रिकेटर हैं. पृथ्वी शॉ के शानदार शतक से भारत ने टेस्ट में जोरदार शुरुआत की है. पृथ्वी शॉ भारत की तरफ से टेस्ट कैप पहनने वाले 293वें खिलाड़ी हैं.
पृथ्वी ने जीता दिल
राजकोट में डेब्यू करने वाले पृथ्वी ने अपनी शानदार बैटिंग से खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया. पृथ्वी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में 33वें ओवर की दूसरी गेंद पर 2 रन लेते हुए अपना शतक पूरा किया. सचिन के बाद टेस्ट में सेंचुरी लाने वाले पृथ्वी शॉ दूसरे सबसे युवा भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं. शॉ ने पिछले साल इसी मैदान पर रणजी ट्रोफी में पदार्पण किया था और शतक बनाया था. 2016 में 17 साल की उम्र में विजय हजारे ट्रोफी में मुंबई की तरफ से खेला. उन्होंने दिलीप ट्रॉफी के पहले ही में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया. इससे पहले यह रेकॉर्ड सचिन तेंडुलकर के नाम था.
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अंडर-19 विश्व कप का दिलाया खिताब
शॉ की ही कप्तानी में भारत ने इसी साल अंडर-19 विश्व कप का खिताब जीता था. आईपीएल 2018 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 1.2 करोड़ में खरीदा. वह आईपीएल में फिफ्टी जड़ने वाले संयुक्त रूप से सबसे युवा खिलाड़ी बने. 2016 में श्री लंका में अंडर-19 एशिया कप हुआ. इसमें भारत की टीम ने जीत हासिल की. पृथ्वी शॉ इस टीम का हिस्सा थे.
स्कूली क्रिकेट से ही छोड़ी छाप
पृथ्वी शॉ 2012 में हैरिस शील्ड टाइटल टूर्नमेंट में रिजवी स्प्रिंगफील्ड हाई स्कूल के कप्तान रहे. यह मुंबई में होने वाला स्कूली टूर्नामेंट है. 2013 में 14 साल की उम्र में उन्होंने स्कूल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाए. शॉ ने 330 बॉल में 546 रन बनाए. वह सेकंड हैरिस शील्ट डाइटल में भी रिजवी के कैप्टन रहे. इंग्लैंड में दो टेस्ट मैचों के दौरान इन्हें ले जाया गया था लेकिन मैदान में उतरने का मौका नहीं मिल पाया.