21 मई से 2 जून तक का वह डरावना सफर, जिसने इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी और सोनम के परिवारों को सदमे में डाल दिया। मेघालय के खूबसूरत पहाड़ों में छुट्टियां मनाने गया यह जोड़ा अचानक लापता हो गया। 12 दिनों के बाद राजा की लाश एक झरने के पास मिली, जबकि सोनम आज भी गायब हैं। पुलिस, स्थानीय लोग और परिवार सभी सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर हुआ क्या? क्या यह एक दुर्घटना थी या कोई सुनियोजित साजिश?
हनीमून से हॉरर तक: कैसे बिगड़ी छुट्टियों की रूपकथा?
राजा और सोनम की शादी 1 मई को हुई थी। 20 मई को वे हनीमून के लिए मेघालय पहुंचे। 22 मई को उन्होंने शिलांग से स्कूटर किराए पर लिया और मावलखियात गांव की ओर निकल पड़े। यहीं से शुरू हुई उनकी रहस्यमयी गायब होने की कहानी। 23 मई को होमस्टे से चेकआउट करने के बाद वे कभी नहीं दिखे। 24 मई को उनका स्कूटर सोहरा इलाके में एक कैफे के पास खड़ा मिला, लेकिन जोड़ा कहीं नहीं था। 2 जून को ड्रोन से खोजबीन के दौरान राजा की लाश वेइसाडोंग फॉल्स के पास मिली। सोनम का आज तक कोई सुराग नहीं।
पुलिस की जांच बनाम परिवार के सवाल: क्या छिपा है सच?
मेघालय पुलिस के मुताबिक जिस जगह से राजा की लाश मिली, वहां से एक महिला की सफेद शर्ट, मोबाइल स्क्रीन का टुकड़ा और स्मार्टवॉच बरामद हुई है। लेकिन सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी को पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं। वे आरोप लगा रहे हैं कि उनकी बेटी का अपहरण हुआ है और मेघालय पुलिस जानबूझकर मामले को दुर्घटना बता रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से CBI जांच की मांग की है।
तारीखों में पूरा मामला: कब क्या हुआ?
21 मई: शाम 6 बजे – जोड़ा शिलांग के बालाजी गेस्ट हाउस पहुंचा
22 मई: सुबह – स्कूटर किराए पर लिया, मावलखियात गांव के लिए रवाना
23 मई: सुबह – होमस्टे से चेकआउट, फिर गायब
24 मई: सोहरारिम में स्कूटर लावारिस मिला
2 जून: वेइसाडोंग फॉल्स के पास राजा की लाश मिली
सोनम की तलाश के बीच CBI जांच की मांग
मामला अब राष्ट्रीय सुर्खियों में है। मेघालय पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है। सोनम की तलाश के लिए ड्रोन और स्थानीय टीमें लगाई गई हैं। सीसीटीवी फुटेज की जांच चल रही है। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने शुरुआती 48 घंटे महत्वपूर्ण सुरागों को नजरअंदाज किया। अब सवाल यह है कि क्या CBI इस रहस्य से पर्दा उठा पाएगी? क्या सोनम सुरक्षित मिलेंगी? या फिर यह मामला भी उन अनसुलझे रहस्यों में शामिल हो जाएगा, जो मेघालय के पहाड़ों में दफन हो जाते हैं?