अलवर (राजस्थान)। अलवर के थानागाजी इलाके में बीते 26 अप्रैल को पति के सामने पत्नी से गैंगरेप किया गया। इस घटना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया। पुलिस की लापरवाही के कारण इस घटना में नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने में 2 मई की तारीख बीत गई। अब मामला मीडिया में आ गया है। बताया जा रहा है कि चुनावी माहौल में इस घटना को छुपाकर पुलिस राजनीतिक दलों को दबाव से बचाने की कोशिश कर रही थी।
एसपी राजीव पंचार ने बताया कि दो मई को पीडि़ता और उसके पति की तहरीर पर केस दर्ज करने का आदेश दिया गया और अलवर और थानागाजी में दो टीमें बना दी गईं। हालांकि पुलिस के इस दावे के बावजूद 7 मई तक किसी नामजद आरोपी को पकड़ा नहीं जा सका है।
क्या है घटना
26 अप्रैल को पति-पत्नी बाइक से अलवर-थानागाजी बाईपास रोड से दुहार चौगान वाले रास्ते पर जा रहे थे। कुछ दूर बाद दो बाइक पर सवार पांच युवकों ने उनका रास्ता रोका। फिर जबरन पास वाले रेत के टीले पर ले गए। पांचों युवकों ने पति को पीटा। फिर बंधक बनाकर पति के सामने पत्नी से गैंगरेप किया और घटना की सूचना पुलिस में देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद आरोपियों ने महिला के पति को फोन करके उससे पैसे मांगे। पीडि़त के पति ने आरोपियों को पैसे दिए, तो उन्होंने दोबारा ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। फिर पैसे न देने पाने पर उन लोगों ने वीडियो वायरल कर दिया।
इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान पीडि़त महिला ने तीन लोगों का नाम सुना। ये नाम छोटे लाल उर्फ सचिन, जीतू व अशोक हैं। छोटेलाल गुर्जर गांव कराणा थाना बानसूर व अशोक गुर्जर बानसूर का रहने वाला है। छोटेलाल गुर्जर के खिलाफ बानसूर थाने में हत्या का प्रयास, छेड़छाड़ आदि के कई मामले पहले से दर्ज हैं।
पुलिस की कार्रवाई में देरी के कारण वीडियो काफी वायरल हो चुका है। पुलिस का कहना है कि वीडियो में आरोपियों की पहचान हो गयी है। पुलिस टीम उनकी धड़पकड़ के लिए लगातार दबिश दे रही है।