पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान का पूरा परिवार देश सेवा में

नई दिल्ली : भारत और पाकिस्तान की वायुसेना के बीच एलओसी पर बुधवार सुबह हवाई भिड़ंत हुई जिसके बाद पाकिस्तान में गिरे भारत के मिग 21 के लड़ाकू पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया है. भारत सरकार ने पाकिस्तान से अभिनंदन को बिना किसी नुकसान पहुंचाए जल्दी भारत को लौटाने को कहा है और ये साफ कर दिया है कि वो किसी दबाव में नहीं आएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेना प्रमुख के साथ बुधवार देर शाम बैठक में सीमा पर बढ़ रहे तनाव के मद्देनजर हालात का जायजा लिया और एक्शन की खुली छूट दे दी है. बता दें कि पाकिस्तानी कब्जे में कैद विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान का पूरा परिवार ही भारतीय वायुसेना के जरिए देश की सुरक्षा और सेवा में लगा रहा है. अभिनंदन के पिता रिटायर्ड एयर मार्शल सिम्हाकुट्टी वर्धमान एयर फोर्स की पूर्वी कमांड के प्रमुख रह चुके हैं. अभिनंदन की पत्नी तन्वी मरवाहा एयर फोर्स में स्क्वॉड्रन लीडर रह चुकी हैं. तमिलनाडु में चेन्नई के रहने वाले अभिनंदन का पूरा का पूरा परिवार ही देश की सेवा में लगा रहा है और अब उस परिवार ने नरेंद्र मोदी सरकार से उन्हें पाकिस्तानी कैद से सकुशल छुड़ाकर लाने की अपील की है. सोशल मीडिया पर भी अभिनंदन को सुरक्षित वापस लाने का अभियान चल रहा है और उनका नाम लगातार सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है.

विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान का भारतीय वायुसेना का सर्विस नंबर 27981 है और उनके पिता एस वर्धमान का सर्विस नंबर 13606 है. बेटे की जाबांजी पर आज रिटायर्ड एयर मार्शल एस वर्धमान का सीना चौड़ा हो गया है. उनका परिवार भले अभिनंदन की सकुशल वापसी के लिए सरकार से अपील कर रही हो पर वो हमेशा देश के लिए अदम्य साहस का परिचय देने वाले एयर फोर्स अफसर रहे हैं. कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में रिटायर्ड एयर मार्शल एस वर्धमान ने कहा था कि फाइटर प्लेन ये नहीं जानता कि उसे उड़ाने वाला मर्द है या औरत. 1973 में एयर फोर्स ज्वाइन करने वाले रिटायर्ड एयर मार्शल एस वर्धमान के पास 4000 घंटे से ज्यादा और 40 से ज्यादा तरह के प्लेन उड़ा चुके हैं. करगिल जंग के दौरान वो ग्वालियर एयरबेस के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर थे. एयर मार्शल एस वर्धमान ने 2017 में आई मणि रत्नम की फिल्म कातरू वेलियिदई के लिए सलाहकार का काम किया था जो फिल्म करगिल युद्ध के दौरान एक भारतीय पायलट के पाकिस्तान में पकड़े जाने पर बनाई गई थी. संयोग देखिए कि उनके बेटे को पाकिस्तान ने एयर फोर्स मिशन के दौरान पकड़ लिया है.

बेंगलुरू में स्कूली पढ़ाई करने वाले एयर फोर्स ऑफिसर के बेटे विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने जीवनसाथी के तौर पर भी एयर फोर्स अधिकारी स्क्वॉड्रन लीडर तन्वी मरवाहा को चुना. अभिनंदन की पत्नी तन्वी मरवाहा का सर्विस नंबर 28800 है और वो इंडियन एयरफोर्स में स्क्वॉड्रन लीडर के तौर पर काम करती थीं और 15 साल की सर्विस के बाद हेलिकॉप्टर पायलट के तौर पर रिटायर हुईं. तन्वी मरवाहा आईआईएम, अहमदाबाद से आर्म्ड फोर्सेज का एग्जीक्युटिव कोर्स कर चुकी हैं और इस वक्त वो बेंगलुरू में रिलायंस जिओ की डीजीएम पद पर हैं. अभिनंदन और तन्वी का एक छोटा बेटा भी है।

 

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