नई दिल्ली. नोएडा के दादरी में गोमांस रखने के आरोप में भीड़ के हाथों मारे गए अखलाक की हत्या का मामला एक बार फिर गर्मा गया है. दरअसल रविवार को दादरी में सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली में इस अखलाक हत्याकाण्ड के आरोपियों ने भी हिस्सा लिया. मुख्य आरोपी विशाल राणा सहित चार लोग रैली में सबसे आगे खड़े थे और भाषण सुनकर ताली बजा रहे थे उर नारे लगा रहे थे. ये सभी जमानत पर हैं. यह रैली बिसाहड़ा गांव में हुई थी.
रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, ‘कौन नहीं जानता बिसाहड़ा में क्या हुआ? सबको पता है. कितने शर्म की बात है कि समाजवादी सरकार ने तब भावनाओं को दबाने की कोशिश की और मैं कह सकता हूं कि हमारी सरकार बनते ही हमने अवैध बूचड़खानों को बंद कराया.’ सीएम योगी ने पिछली सरकारों पर जाति के आधार पर लोगों को बांटने और तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया.
उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी सिर्फ अपने परिवारों के विकास के लिए काम करती हैं. आदित्यनाथ ने रैली में कहा, ‘‘मई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, हमारी सरकार ने कहा था कि यह किसी व्यक्ति, परिवार, जाति या धर्म के लिए काम नहीं करेगी, बल्कि गांवों, गरीबों, युवाओं, महिलाओं, किसानों और समाज के हर तबके लिए काम करेगी.”
बता दें कि साल 2015 में 55 साल के मोहम्मद अखलाक को भीड़ ने घर से निकालकर हत्या कर दी थी. शक था कि अखलाख ने गाय को मारकर उसका मांस अपने घर में रखा है. इस घटना के बाद तनाव के चलते अखलाख के परिवार को गांव छोड़कर जाना पड़ गया.