अफगानिस्तान की राजधानी काबुल एक बार फिर बम के धमाकों से दहल गया है. बुधवार को यहां एक आत्मघाती हमलावर ने शिया बहुल इलाके में विश्वविद्याल परीक्षा की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स को अपना निशाना बनाया है. इस आत्मघाती हमले में तकरीबन 48 लोगों की मौत हो गई है. और 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इस हमले का जिम्मेदार स्लामिक समूह को माना जा रहा है. अफगानिस्तान में शिया समुदाय पर किया गया यह हमला अब तक का सबसे भीषण हमला माना जा रहा है. आपको बता दें, इस हफ्ते तालिबान ने भी सैकड़ों अफगानिस्तानी पुलिसवालों और आम जनता की जान ली है.
हमलावर काबुल के दश्त-ए-बारचा इलाके में एक निजी इमारत के अंदर के घुस गया और खुद को उड़ा लिया. जहां पर शिया समुदाय के बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाजिद मजरोह ने बताया कि अभी तक घायलों की सही संख्या का पता नहीं चल सका है. और धमाके में मरने वालों की संख्या भी बढ़ सकती है जिनमें कुछ शिक्षक भी शामिल है.
अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि, अभी तक केवल एक हमले की पुष्टि हुई है. हालांकि अभीतक किसी भी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. वहीं स्थानीय शिया समुदाय के लोगों ने बताया कि इससे पहले भी ऐसे हमले हुए थे जिनकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ले चुका है.