महाराष्ट्र में सियासी उथल-पुथल का आज तब नया दौर शुरू हुआ, जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने अचानक महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली और शिंदे-बीजेपी सरकार में शामिल हो गए। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित ने कहा है कि एनसीपी के अधिकतर विधायक उनके साथ खड़े है। वह एनसीपी के नाम और चिन्ह (घड़ी) पर आगामी चुनाव लड़ेंगे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के 40 विधायकों और 6 एमएलसी का समर्थन प्राप्त है। शपथ समारोह के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजित पवार ने कहा, “आज हमने महाराष्ट्र सरकार को समर्थन देने का फैसला किया है और मंत्री पद की शपथ ली है। विभागों पर बाद में चर्चा होगी। राष्ट्रीय स्तर पर सभी पहलुओं पर विचार करते हुए हमने ये फैसला लिया है।
नवनियुक्त उपमुख्यमंत्री पवार ने कहा, हमने एनसीपी के लगभग सभी विधायकों के साथ शिंदे-फडणवीस सरकार के साथ आने का फैसला लिया। हमने आज शपथ ली और अगले विस्तार में कुछ अन्य मंत्रियों को शामिल किया जाएगा। कई लोग हमारी आलोचना करेंगे परन्तु हम उसे महत्व नहीं देते। हम महाराष्ट्र की प्रगति के लिए काम करते रहेंगे। इसीलिए हमने यह निर्णय लिया है। हमारे अधिकांश विधायक हमारे फैसले से संतुष्ट हैं। हमने एनसीपी पार्टी के साथ इस सरकार का समर्थन किया है। हम सभी चुनाव एनसीपी के नाम और निशान पर ही लड़ेंगे।
महाराष्ट्र में मौजूदा सरकार को समर्थन देने के बाद पवार ने कहा, कुछ विधायकों से इस वक़्त संपर्क नहीं हो पा रहा क्योंकि वे देश से बाहर हैं लेकिन मैंने उन सभी से बात की है और वे हमारे फैसले से सहमत हैं।
एनसीपी के दिग्गज नेता अजित पवार ने शनिवार दोपहर राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली और एनडीए सरकार में शामिल हुए। पवार के साथ ही एनसीपी नेता छगन भुजबल,दिलीप पाटिन और हसन मुश्रीफ ने महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। एनसीपी नेता धनंजय मुंडे, धर्माराव, अदिति तटकरे, संजय बनसोडे, अनिल पाटिल ने महाराष्ट्र के मंत्री पद की शपथ ली।