शुक्रवार को तकरीबन 26 साल बाद बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा मुखिया रहे नेता जी मुलायम सिंह यादव एक साथ मंच पर नजर आए. वहीं आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और मायावती फिरोजाबाद और रामपुर में रैली करेंगे और दोनों एक साथ मंच साझा करते नजर आएंगे. बता दें कि माया और अखिलेश फिरोजाबाद से कैंडिडेट अक्षय यादव और रामपुर से आजम खान के समर्थन में वोट मांगेंगे. दिलचस्प ये है कि फिरोजाबाद से उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी से मैदान में हैं. इसलिए फिरोजाबाद की रैली काफी अहम मानी जा रही है.
मायावती और अखिलेश आज सबसे पहले रामपुर में आजम खान के लिए वोट मांगेंगे. दोनों नेता सुबह 11 बजे फिजिकल मैदान में रैली को संबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर 3 बजे फिरोजाबाद के मक्खनपुर के पास बिल्टीगढ़ चौराहे पर रैली होगी. रैली को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. बता दें, सपा और बसपा के गठबंधन के ऐलान के दिन मायावती ने शिवपाल सिंह यादव पर निशाना साधा था. मायावती ने शिवपाल को बीजेपी का एजेंट तक बता दिया था. इस दौरान अखिलेश अपने चाचा के बारे में बोलने से बचते नजर आए थे.
इससे पहले शुक्रवार को 26 साल बाद मुलायम सिंह और मायावती ने मंच साझा किया था. मैनपुरी में मायावती ने मुलायम सिंह यादव के लिए प्रचार किया था. इस दौरान मायावती ने कहा था कि आप लोग सपा संरक्षक मुलायम जी को भारी संख्या में जिताकर संसद भेजेंगे. मायावती ने कहा कि 2 जून, 1995 के गेस्टहाउस कांड को भुलाकर हम एक साथ आए हैं. कभी-कभी कठिन फैसले लेने पड़ते हैं.
मायावती ने कहा था कि मुलायम ही पिछड़े वर्गों के असली नेता हैं. वह (मुलायम) पीएम नरेंद्र मोदी की तरह फर्जी पिछड़े वर्ग के नेता नहीं है. नकली व्यक्ति पिछड़े वर्गों का भला नहीं कर सकता है. पिछड़े वर्ग के नेता मुलायम सिंह यादव को आप जिताकर संसद भेजिए. इस चुनाव में असली और नकली के बीच पहचान जरूरत है. नकली लोगों से धोखा खाने से बचे.
यह रैली ऐतिहासिक थी. अब आज मायावती और अखिलेश फिरोजाबाद और रामपुर में साझा रैली करेंगे. रामपुर में दोनों नेताओं के निशाने पर बीजेपी प्रत्याशी जया प्रदा, तो फिरोजाबाद में शिवपाल सिंह यादव होंगे.