दोहरी नागरिकता के चलते मिले नेशनल अवॉर्ड को लेकर घिरे अक्षय कुमार

अक्षय कुमार

मुंबई: मशहूर बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार अपनी दोहरी नागरिकता के चलते मतदान न करने को लेकर विवाद में घिर गए है। उनकी कैनेडियन नागरिकता को लेकर मचे बवाल की आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि अब उन्हें मिले नेशनल अवॉर्ड पर बहस शुरू हो गई है। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने अक्षय को मिले नेशनल अवॉर्ड पर आपत्ति जताई है और यह सवाल तक उठाया है कि जब अक्षय भारत के नागरिक ही नहीं हैं तो फिर वह नेशनल अवॉर्ड के हकदार कैसे हैं? जहां कुछ लोग इस मुद्दे को हवा देने में लगे हैं, वहीं फिल्म एडिटर और नेशनल अवॉर्ड विजेता अपूर्व असरानी व फिल्म ‘रईस’ के डायरेक्टर राहुल ढोलकिया अक्षय के बचाव में उतर आए हैं।

असरानी ने अक्षय कुमार का बचाव करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘हां, वाकई यह एक बहुत ही अहम सवाल है। क्या कनाडाई नागरिक भारत के नेशनल अवॉर्ड के योग्य हैं? साल-2016 में अक्षय कुमार को श्रेष्ठ अभिनेता का नेशनल अवॉर्ड मिला, जबकि हम सभी को लग रहा था कि मनोज बाजपेयी को ‘अलीगढ़’ के लिए यह अवॉर्ड मिलेगा। मान लीजिए कि अगर ज्यूरी या मंत्रालय ने इस मामले में कोई गलती की है तो क्या इसमें सुधार कर दिया जाएगा?

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इससे पहले फिल्ममेकर राहुल ढोलकिया ने भी अक्षय का बचाव किया। राहुल नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की ज्यूरी के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘नेशनल अवॉर्ड मामले में यह रहा क्लैरिफिकेशन। विदेशी मूल के लोगों को भी यह अवॉर्ड दिया जा सकता है। यह वैध है और नियमों के अनुरूप है। चूंकि मैं खुद भी नेशनल फिल्म अवॉर्ड ज्यूरी का हिस्सा रह चुका हूं तो एक साथी मनोज श्रीवास्तव ने मुझे यह भेजा है, जो मैं आपके साथ शेयर कर रहा हूं।’ इसके साथ राहुल ने डायरेक्टरेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल्स का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जिसमें साफ-साफ लिखा है कि किस-किस को नेशनल अवॉर्ड मिल सकता है।

उम्मीद है कि इससे उन लोगों को अपने सवालों के जवाब मिल गए होंगे जो अक्षय को नेशनल अवॉर्ड का हकदार नहीं मान रहे। यही नहीं अभिनेता परेश रावल, जोकि अक्षय के साथ कई फिल्मों में काम कर चुके हैं, उन्होंने भी अक्षय का समर्थन किया और लिखा, ‘अपने अब तक के फिल्म करियर और लाइफ में मैंने अक्षय कुमार जैसा ईमानदार और सरल इंसान नहीं देखा। अक्षय ने अपनी नागरिकता को लेकर जो भी कहा है उसमें एक-एक शब्द सच्चा है और अक्षय हम सभी तुम्हारे साथ हैं।

जिसे जो बोलना है बोलने दो।’ बता दें कि अक्षय कुमार उस वक्त लोगों के निशाने पर आए जब देश में जारी लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 29 अप्रैल को मुंबई में हुई वोटिंग के दौरान अभिनेता अक्षय कुमार ने न तो वोट डाला और न ही किसी पोलिंग बूथ पर ही नजर आए। हालांकि उनकी पत्नी ट्विंवकल ने वोट डाला और कई अन्य सिलेब्रिटीज ने भी वोट डालने के बाद अपनी सेल्फी पोस्ट कीं। इसके बाद लोगों ने अक्षय को आड़े हाथों ले लिया। अक्षय ने इस पर सफाई देते हुए कहा भी कि उनके पास भारत की बल्कि कनाडा की नागरिकता है इसलिए वह वोट नहीं डाल पाए। नागरिकता पर हुई फजीहत कम भी नहीं हुई थी कि अक्षय का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया, जिसमें वह रिटायर होने के बाद कनाडा में रहने की बात कहते दिख रहे हैं।

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