समाजसेवी अन्ना हजारे ने लोकपाल बिल की मांग को लेकर किए जा रहे अपने अनशन को खत्म कर दिया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिले आश्वासन के बाद अन्ना हजारे ने अपना अनशन तोड़ दिया.
मेरी मांगे पूरी होने के कारण मैं अपना अनशन छोड़ रहा हूं
7 दिनों से चले आ रहे अन्ना के अनशन के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह ने उनसे करीब 6 घंटे तक मिलकर बातचीत की. दोनों नेताओं से मुलाकात के बाद अन्ना हजारे ने कहा कि ‘मेरी मांगे पूरी होने के कारण मैं अपना अनशन छोड़ रहा हूं. अन्ना ने कहा कि लोकपाल कानून देश को दिशा देने वाला कानून होगा.’
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का पालन किया जाएगा
अन्ना हजारे से मिलने के बाद महराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अन्ना हजारे की मांगों पर सकरात्मक तरीके से विचार किया जाएगा. लोकायुक्त कानून से देश को नया रास्ता मिलेगा. इससे छोटे क्षेत्रों में भ्रष्ट्राचार रुकेगा. सीएम ने कहा कि हमने तय किया है कि लोकपाल सर्च कमेटी 13 फरवरी को बैठक करेगी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन किया जाएगा. एक संयुक्त कमेटी का गठन किया गया है, यह एक बिल तैयार करेगी और इसे अगले सत्र में लाया जाएगा.
मोदी होंगे जिम्मेदार
लोकपाल बिल की मांग को लेकर 7 दिनों तक अनशन पर बैठे अन्ना हजारे ने कहा था कि अगर अनशन के दौरान मुझे कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे.