नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव जनदीक है. सभी पार्टियों ने जीत के लिए अपनी-अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं. सपा-बसपा ने गठबंधन कर लिया है. लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक इंटरव्यू में साफ कर दिया है कि ‘महागठबंधन’ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली में गठबंधन के लिए अपने दरवाजे बंद कर लिए हैं. ‘आप’ अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है.
कभी कांग्रेस के खिलाफ अभियान चलाने के लिए चर्चित दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल क्यों फिर उसी के साथ आना चाहते हैं? इस सवाल पर केजरीवाल ने कहा कि मोदी और अमित शाह की जोड़ी ने पिछले पांच सालों के अंदर जिस तरह से देश का बेड़ा गर्क किया है, अर्थव्यवस्था का भट्ठा बैठा दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी और शाह ने देश में नफरत का माहौल पैदा किया है, कांग्रेस से बिल्कुल प्यार नहीं है लेकिन आज देश को बचाने के लिए हमें लगा कि उनके साथ आने से मदद मिलेगी, मगर उन्होंने मना कर दिया.
पूर्ण राज्य का दर्जा देने से पीछे हटे मोदी
केजरीवाल ने कहा कि साल 2014 के चुनाव से पहले मोदी जी ने दिल्ली को पूर्णराज्य का दर्जा देने की मांग की थी. लेकिन वो खुद मुकर गए. देश के अगर टुकड़े-टुकड़े हो गए, जाति धर्म के नाम पर, मॉब लिंचिंग हो रही है. सोशल मीडिया पर लड़कियों को गंदी-गंदी गालियां दी जा रहीं हैं. व्यापारी रेड के कारण डर-डर कर जिएगा तो व्यापार कैसे बढ़ेगा. केजरीवाल ने कहा कि ऐसा माहौल देना चाहिए कि सरकार को ताकि व्यापार तेजी से बढ़ें. आम आदमी पार्टी अकेले लड़ने की तैयारी में. पूरे देश में नफरत का माहौल है.
शहीदों की लाश पर कर रहे राजनीति
केजरीवाल ने पुलवामा हमले पर भी मोदी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग शहीदों की लाश पर राजनीति कर रहे हैं. मेरी लाख असहमतियां हों पीएम मोदी से, मगर इस मामले में पूरी तरह से पीएम के साथ हूं. पाकिस्तान को कड़ा जवाब देना चाहिए. पाकिस्तान रोज हमारे आदमी मार रहा है, मगर उसे कोई कीमत नहीं चुकानी पड़ रही है. हमारे 40 जवान शहीद हुए, यह हमारे लिए बहुत बड़ा नुकसान और अपमान है. मैं उनसे अनुरोध करता हूं कि कम से कम दस गुना ज्यादा कीमत पाकिस्तान को चुकानी पड़े.अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि हम दिल्ली में सातों सीटें जीतेंगे.