ICICI Bank Fraud: आईसीआईसीआई बैंक लोन फ्रॉड मामले में सीबीआई ने बड़ा एक्शन लिया है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने सोमवार यानी 26 दिसंबर को Videocon के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत (Venugopal Dhoot) को अरेस्ट कर लिया है. इसके पूर्व, ICICI बैंक लोन फ्रॉड केस में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर (Chanda Kochar) और उनके पति दीपक कोचर को गिरफ़्तार किया था. वेणुगोपाल और चंदा कोचर पर एक-दूसरे को फायदा पहुंचाने का आरोप है.
Central Bureau of Investigation arrests Videocon chairman Venugopal Dhoot in ICICI bank fraud case: CBI sources
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— ANI (@ANI) December 26, 2022
शनिवार को केंद्रीय जांच एजेंसी ने चंदा कोचर और दीपक कोचर (Deepak Kochar) को कोर्ट में पेश किया था, जिसके बाद कोर्ट ने चंदा कोचर और उनके पति को तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया था. केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि चंदा कोचर ने वीडियोकॉन की कई कंपनियों को गलत तरीके से लोन पास किए. साथ ही वीडियोकॉन के लोन को स्वीकृति देने के लिए दूसरी समितियों को भी प्रभावित किया. सीबीआई ने यह भी आरोप लगाया कि दंपति सवालों से बचते रहे और सवाल-जवाब के दौरान सहयोग नहीं कर रहे थे.
ICICI बैंक द्वारा वीडियोकॉन समूह (Videocon Group) को लोन दिया गया था. मई 2020 में ईड़ी ने चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर से करोड़ों के लोन और इससे संबंधित केस में पूछताछ की थी. दरअसल, चंदा कोचर के अगुवाई में आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन समूह को 3,250 करोड़ का लोन दिया, इसके छह माह बाद वेणुगोपाल धूत के स्वामित्व वाली मेसर्स सुप्रीम एनर्जी ने मैसर्स न्यूपावर रिन्यूएबल्स को 64 करोड़ का लोन दिया. इसमें चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की 50% हिस्सेदारी है.