बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले में शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित किया। जनसभा में अमित शाह ने बिहार सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। 20 मिनट के भाषण में गृह मंत्री ने 12 बार जंगलराज और 20 बार नीतीश का नाम लिया। मंच से कहा कि अब नीतीश के लिए भाजपा के सारे दरवाजे बंद हो गए हैं। उन्होंने राज्य में चल रही केंद्र की योजनाओं का भी जिक्र किया। साथ ही बिहार में अपराध के बढ़ते ग्राफ को लेकर महागठबंधन सरकार पर हमले किए। भाषण की शुरुआत में ही अमित शाह ने लोगों से पूछा कि जंगल राज से मुक्ति चाहिए या नहीं। अगर चाहिए तो 2024 में फिर से मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने का निश्चय कीजिए। जंगलराज से मुक्ति के लिए 2024 में भाजपा को जीताकर शुरुआत करिए।
अमित शाह ने कहा कि ये लालटेन से जो लौ उठी है, उसमें पूरा बिहार धधक रहा है। अब नीतीश बाबू में तो हिम्मत नहीं है कि वो लालटेन की लौ को बुझाएं। मगर मैं बिहार की जनता को कहने आया हूं कि इस बार ऐसा सबक सिखाइए कि बिहार में दल बदलने वाले चुप हो जाएं। प्रदेश में हत्या, बलात्कार, लूट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। बोलने वाले पत्रकारों की हत्या की जा रही है। यह जंगलराज की शुरुआत है। लालू की गोद में नीतीश बैठे हुए हैं।
जनसभा में अमित शाह ने नीतीश कुमार पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में आप ने भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बनाया था। हमारा वादा था कि हम नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाएंगे। हमने बनाया भी, लेकिन नीतीश बाबू ऐसे आदमी हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री का सपना आता है। अब नीतीश के लिए भाजपा