विदेश से शुरू हुआ #MeToo अभियान भारत के बॉलीवुड की गलियों में पहुंचा. जहां इसने अपनी गिरफ्त में काफी लोगो को लिया. इसके बाद इसने अपने पैर धीरे-धीरे राजनीति गलियारों और मीडिया जैसे क्षेत्र में भी पसारने शुरू किए. वहीं ताजा मामला सामने आया फ्लिपकार्ट ग्रुप के सीईओ और चेयरमैन बिन्नी बंसल का. जिनको यौन शोषण के आरोप के बाद पदों से इस्तीफा देना पड़ा.
ये है पूरा मामला
जुलाई महीने में वॉलमार्ट से एक महीला ने शिकायत की थी कि फ्लिपकार्ट ग्रुप सीईओ और चेरयमैन बिन्नी बंसल ने उसका यौन शोषण किया था, लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक, जिस समय वॉलमार्ट और फ्लिपकार्ट की डील हुई थी उस समय बिन्नी ने यौन शोषण के आरोपों के बारे में कुछ भी नहीं बताया. जिससे वॉलमार्ट बिन्नी से नाराज था. ऐसे में इस मामले की ग्लोबल लीगल फर्म से जांच कराई गई. हालांकि, आरोप साबित नहीं हुए लेकिन, वॉममार्ट के मुताबिक, बिन्नी के बर्ताव में पारदर्शिता नहीं थी. इसलिए उनका इस्तीफा तुरंत प्रभाव से मंजूर कर लिया गया.
दोनों की सहमति से हुआ था अफेयर
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2012 में आरोप लगाने वाली महिला ने फ्लिपकार्ट कंपनी छोड़ दी थी. वहीं इसके चार साल बाद यानि 2016 में इस महिला ने बिन्नी बंसल पर यौन शोषण के आरोप लगाए जो कि उस समय साबित नहीं हो पाए थे. वहीं ब्लूमबर्ग के सूत्र बताते हैं कि जब बिन्नी के खिलाफ जांच की गई तो उसमें पाया गया कि महिला और बिन्नी बंसल के बीच अफेयर दोनों की सहमति से हुआ था.
बॉलीवुड से लेकर गूगल भी नहीं अछूता
भारत में मीटू की शुरूआत भारतीय सिनेमा से हुई. जहां सबसे पहले फिल्म अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने फिल्म एक्टर नाना पाटेकर पर यौन शोषण के आरोप लगाए. वहीं इसके बाद तो बॉलीवुड में सूनामी सी आ गई. डायरेक्टर बिकास बहल, सिंगर कैलाश खेर, एक्टर आलोक नाथ, एक्टर रजत कपूर, संगीतकार अनु मलिक जैसे बड़े नामों पर यौन शोषण के आरोप लगने लगे. इसके बाद मीटू की गिरफ्त में बीजेपी नेता एमजे अकबर भी आए और उन्हें अपने विदेश राज्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. वहीं गूगल के 48 कर्मचारियों पर पिछले दो सालों के दौरान उत्पीड़न के आरोप लगे थे, जिसके चलते गूगल ने इन सबको कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया. निकाले गए लोगों में से 13 लोग सीनियर मैनेजर के पद पर थे. वहीं अब इन सबका हिस्सा बिन्नी बंसल भी बन चुके हैं.