#WATCH | On Congress declining the invitation to attend ‘pran pratishtha’ ceremony of Ram Temple in Ayodhya, BJP MP Sudhanshu Trivedi says, “This is Nehru’s Congress, this is not Gandhi’s Congress. Mahatma Gandhi used to sing ‘Raghupati Raghav Raja Ram’ and today Congress is not… pic.twitter.com/nxFEGZgyKs
— ANI (@ANI) January 11, 2024
वहीं, यूपी में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी कांग्रेस पर तीखा वार किया है। लखनऊ में केशव प्रसाद मौर्य ने बयान में कहा कि सरकार या बीजेपी ने कांग्रेस के नेताओं को निमंत्रण नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि ये निमंत्रण श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भेजा था। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि निमंत्रण को अस्वीकार कर कांग्रेस ने साबित कर दिया है कि वो भगवान राम के खिलाफ है। उन्होंने यूपीए सरकार के दौर में सुप्रीम कोर्ट में तत्कालीन सरकार के उस हलफनामे की भी याद दिलाई, जिसमें भगवान राम को काल्पनिक बताया गया था।
#WATCH | Lucknow, UP: On Congress party declining the invitation to attend Pran Pratishtha ceremony in Ayodhya, UP Dy. CM Keshav Prasad Maurya says, "…The invitation was not sent by the government or the BJP. It was sent by Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust. Declining the… pic.twitter.com/ffr68XpRS1
— ANI (@ANI) January 11, 2024
कुल मिलाकर अब बीजेपी ने एक बार फिर लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का मसला जोर-शोर से उठाकर कांग्रेस को रामद्रोही साबित करना शुरू कर दिया है। इससे चुनाव के दौरान कांग्रेस को जनता के सवालों का जवाब देने में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। कांग्रेस के खुद के तमाम बड़े नेता भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सोनिया, खरगे और अधीर रंजन के शामिल न होने के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं।
ऐसे में कांग्रेस के नेता अपने ही घर में घिरे हुए दिख रहे हैं। नाराज नेताओं के बयान सार्वजनिक होने से जनता के बीच कांग्रेस आलाकमान का राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर दिया गया तर्क भी अपनी प्रासंगिकता साबित करने में फिलहाल नाकाम साबित हो रहा है। वहीं, बीजेपी को बड़ा मुद्दा मिल गया है और वो कांग्रेस को फिर राम के नाम पर पटकनी देने की पूरी कोशिश में जुटी हुई है।