‘केदारनाथ’ फिल्म के बचाव में उतरे निर्माता, दिया ये बड़ा बयान
मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता द्वारा फिल्म ‘केदारनाथ’ में लव जेहाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाकर इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग पर फिल्म के निर्माताओं ने सोमवार को कहा कि फिल्म का मकसद किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं है. यहां ‘केदारनाथ’ के ट्रेलर लॉन्च के अवसर पर रोनी स्क्रूवाला और निर्देशक अभिषेक कपूर ने फिल्म का बचाव किया. फिल्म में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और बॉलीवुड में पदार्पण कर रहीं अभिनेता सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान हैं.
हम किसी की भावनाएं नहीं करेंगे आहत
स्क्रूवाला ने कहा, “पहली बात, आज तक किसी ने भी ऐसी किसी बात को लेकर हमसे संपर्क नहीं किया जिसकी हम सफाई दें. दूसरी बात हमारा काम फिल्म को फिल्म प्रमाणन की शीर्ष संस्था सीबीएफसी से प्रमाणित कर इसे रिलीज कराना है और तीसरी बात, हम सब रचनात्मक लोग हैं और सबसे पहले हम भारतीय हैं. मुझे नहीं लगता कि हम किसी की भावनाएं आहत करेंगे.” भाजपा के एक नेता ने पिछले सप्ताह सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को पत्र लिखकर 2013 में हिंदू तीर्थ स्थल केदारनाथ में आई त्रासदी पर बनी इस फिल्म पर ध्यान दिलाया था. फिल्म में एक मुस्लिम व्यक्ति एक हिंदू लड़की से प्यार करने लगता है. स्क्रूवाला ने लोगों से कोई राय कायम करने से पहले फिल्म देखने की अपील की. कपूर ने कहा, “हमने पहले टीजर रिलीज किया था, और अब लोगों को ट्रेलर देखकर और पता चलेगा कि फिल्म में ऐसा कुछ नहीं है.”
बाबा के भक्तों की भावनाएं आहत हुई
वहीं फिल्म के टीजर में बोल्ड सीन को लेकर तीर्थपुरोहित और स्थानीय लोग भड़क उठे है. तीर्थपुरोहितों के अलावा भाजपा व अन्य संगठनों से जुड़े लोगों का भी कहना है कि केदारनाथ धाम की पृष्ठभूमि में ऐसी फिल्म का निर्माण घोर आपत्तिजनक है. भाजपा नेता अजेंद्र अजय ने कहा कि फिल्म प्रेम प्रसंग पर केंद्रित है. सारा अली खान ने बोल्ड सीन देने में भी कोई परहेज नहीं किया. इससे बाबा के भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं. उन्होंने कहा कि अभी फिल्म की पूरी पटकथा का सामने आना बाकी है, जिसमें आस्था को ठेस पहुंचाने वाले और दृश्यों का समावेश बताया जा रहा है.
फिल्म में बोल्ड सीन, लड़का मुसलमान
बात फिल्म की कहानी की करें तो इसमें केदारनाथ त्रासदी जैसी तस्वीरें दिखाई गई है, लेकिन टीजर से ये भी झलक रहा है कि ये फिल्म एक लव स्टोरी है. साथ ही फिल्म के टीजर में बोल्ड सीन भी दिखाए गए हैं. एक सीन में सुशांत सिंह और सारा अली किस करते हुए दिख रहे हैं. टीजर में एक तरफ केदारनाथ धाम को तबाह होते हुए दिखाया गया है तो वहीं दूसरी तरफ सुशांत और सारा बोल्ड सीन करते नजर आ रहे हैं. दरअसल, इस फिल्म को सच्ची घटना पर बनाया गया है. सबने देखा था कि कैसे 2013 में केदारनाथ में प्रकृति के प्रकोप ने केदारघाटी को हिला कर रख दिया, लेकिन ऐसे में केदारनाथ जैसी फिल्म में बोल्ड सीन होना तीर्थपुरोहित और स्थानीय लोगों की भावनाओं को आहत कर रहे हैं.
केदारनाथ धाम हिंदूओं की आस्था का केंद्र है. जहां बड़ी संख्या में हिंदू पूजा पाठ और केदारनाथ धाम के दर्शन करने आते हैं. वहीं फिल्म के टीजर के एक सीन में दिखाया गया है कि सुशांत सिंह राजपूत नमाज पढ़ रहे हैं, जो कि उनका मुसलमान होना दर्शा रहा है. वहीं सारा अली खान को हिंदू दिखाया गया है. ऐसे में क्या हिंदूओं की आस्था से जुड़ी इस फिल्म में मुसलमान किरदार का दिखाना जरूरी था जो कि लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है.