केदारनाथ फिल्म में क्या है ऐसा, जिससे लोगों की हो रही है भावनाएं आहत

केदारनाथ फिल्म में क्या है ऐसा, जिससे लोगों की हो रही है भावनाएं आहत

केदारनाथ त्रासदी को शायद ही कोई भूला होगा. 2013 में हुई इस त्रासदी ने लोगों के जीवन को पूरी तरह बदल कर रख दिया. वहीं कुछ समय बाद केदारनाथ त्रासदी पर फिल्म ‘केदारनाथ’ बनना शुरू हुई. वहीं फिल्म बनकर अब तैयार हो गई है और इसका टीजर और पोस्टर रिलीज कर दिया गया है, लेकिन टीजर के रिलीज होते ही इसने लोगों की भावनाएं आहत कर दी है. आखिर इस फिल्म के टीजर में ऐसा क्या है, आइए जानने की कोशिश करते हैं.

केदारनाथ फिल्म में क्या है ऐसा, जिससे लोगों की हो रही है भावनाएं आहत

फिल्म में बोल्ड सीन

बात फिल्म की कहानी की करें तो इसमें केदारनाथ त्रासदी जैसी तस्वीरें दिखाई गई है, लेकिन टीजर से ये भी झलक रहा है कि ये फिल्म एक लव स्टोरी है. साथ ही फिल्म के टीजर में बोल्ड सीन भी दिखाए गए हैं. एक सीन में सुशांत सिंह और सारा अली किस करते हुए दिख रहे हैं. टीजर में एक तरफ केदारनाथ धाम को तबाह होते हुए दिखाया गया है तो वहीं दूसरी तरफ सुशांत और सारा बोल्ड सीन करते नजर आ रहे हैं. दरअसल, इस फिल्म को सच्ची घटना पर बनाया गया है. सबने देखा था कि कैसे 2013 में केदारनाथ में प्रकृति के प्रकोप ने केदारघाटी को हिला कर रख दिया, लेकिन ऐसे में केदारनाथ जैसी फिल्म में बोल्ड सीन होना तीर्थपुरोहित और स्थानीय लोगों की भावनाओं को आहत कर रहे हैं.

केदारनाथ फिल्म में क्या है ऐसा, जिससे लोगों की हो रही है भावनाएं आहत

लड़के का मुसलमान होना

केदारनाथ धाम हिंदूओं की आस्था का केंद्र है. जहां बड़ी संख्या में हिंदू पूजा पाठ और केदारनाथ धाम के दर्शन करने आते हैं. वहीं फिल्म के टीजर के एक सीन में दिखाया गया है कि सुशांत सिंह राजपूत नमाज पढ़ रहे हैं, जो कि उनका मुसलमान होना दर्शा रहा है. वहीं सारा अली खान को हिंदू दिखाया गया है. ऐसे में क्या हिंदूओं की आस्था से जुड़ी इस फिल्म में मुसलमान किरदार का दिखाना जरूरी था जो कि लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है.

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केदारनाथ फिल्म में क्या है ऐसा, जिससे लोगों की हो रही है भावनाएं आहत

त्रासदी की जगह प्यार पर फोकस

फिल्म के टीजर में भगवान शिव की मूर्ति, घंटे-घड़ियाल आदि दृश्यों के साथ ही स्क्रीन पर लिखा दिखाया गया है. जिससे लगता है केदारनाथ का विषय गंभीर होगा. लेकिन त्रासदी को टीजर में प्रमुखता न देकर प्यार को दिखाया गया है. टीजर देखने में साफ हो जाता है जब उसमें लिखकर आता है कि ‘इस साल करेंगे सामना प्रकृति के क्रोध का और साथ होगा सिर्फ प्यार’. जो कि कुछ लोगों को बिल्कुल भी हजम नहीं हो रहा है और तीर्थपुरोहित और स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे हैं.

तीर्थपुरोहित और स्थानीय लोग भड़के

वहीं फिल्म के टीजर में बोल्ड सीन को लेकर तीर्थपुरोहित और स्थानीय लोग भड़क उठे है. तीर्थपुरोहितों के अलावा भाजपा व अन्य संगठनों से जुड़े लोगों का भी कहना है कि केदारनाथ धाम की पृष्ठभूमि में ऐसी फिल्म का निर्माण घोर आपत्तिजनक है. भाजपा नेता अजेंद्र अजय ने कहा कि फिल्म प्रेम प्रसंग पर केंद्रित है. सारा अली खान ने बोल्ड सीन देने में भी कोई परहेज नहीं किया. इससे बाबा के भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं. उन्होंने कहा कि अभी फिल्म की पूरी पटकथा का सामने आना बाकी है, जिसमें आस्था को ठेस पहुंचाने वाले और दृश्यों का समावेश बताया जा रहा है.

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फिल्म पर प्रतिबंध, नहीं तो होगा कड़ा विरोध

तीर्थपुरोहित श्रीनिवास पोस्ती व जयंत कुर्वांचली का कहना है कि अभिषेक कपूर निर्देशित इस फिल्म के टीजर व पोस्टर कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं.  टीजर में एक तरफ केदारनाथ धाम तबाह होता नजर आ रहा है तो दूसरी ओर नायक-नायिका बोल्ड सीन करते दिख रहे हैं. टीजर में भगवान भोलेनाथ की मूर्ति, घंटे-घड़ियाल आदि दृश्यों के साथ स्क्रीन पर लिखा आ रहा कि-इस साल करेंगे सामना प्रकृति के क्रोध का और साथ होगा सिर्फ प्यार. इस दौरान फिल्म के नायक की नमाज अदा करते एक झलक भी दिखाई देती है. पोस्ती ने कहा कि अगर सरकार ने फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगाया तो इस का कड़ा विरोध किया जाएगा.
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