बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा मंगलवार को मीडिया के सामने आए। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के उस बयान का बचाव किया, जिसमें उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर कथित रूप से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। संबित पात्रा ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को भी लपेटे में लिया।
दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में उन्होंने कहा, ‘कल से चल रहे एक वीडियो में तेज बहादुर कह रहा है कि 24 घंटे में मोदी को मरवा दूंगा, 50 करोड़ रुपये दिलवा दो। हमारे लिए यह दुर्भाग्य का विषय है कि कल से हम यह वीडियो देख रहे हैं, लेकिन मीडिया ने और विपक्ष ने इस पर कोई बात नहीं की।’
उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी के प्रायोजित थप्पड़ों की गूंज महीनों तक सुनाई देती है, मगर देश के प्रधानमंत्री को मरवाने की साजिश पर कोई बात नहीं होती। विपक्ष की इस पर चुप्पी क्यों है? क्या विपक्ष तेज बहादुर की इन बातों से सहमत है?
संबित पात्रा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव बीते दिन तेज बहादुर की प्रशंसा कर रहे थे। मैं सपा-बसपा के महागठबंधन से पूछना चाहता हूं कि क्या वो ये वीडियो देखने के बाद देश से माफी मांगेंगे? ऐसा कोई वीडियो किसी नामदार के नाम पर होता तो क्या विपक्ष चुप रहता?
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि राजीव गांधी के विषय में प्रधानमंत्री जी ने सत्य कहा और आज तक उसकी गूंज चल रही है और विपक्ष का एक-एक नेता देश के प्रधानमंत्री को गालियां दे रहा है।