नई दिल्ली। ममता बनर्जी की टीएमसी की सांसद रहीं महुआ मोइत्रा के कई ठिकानों पर सीबीआई छापे की खबर है। कैश और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछने और कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को अपने संसदीय लॉगइन और पासवर्ड दिए जाने के मामले में जांच एजेंसी ने महुआ मोइत्रा के यहां छापा मारा है। महुआ मोइत्रा की इसी मामले में संसद की सदस्यता भी चली गई थी। बीते दिनों लोकपाल ने सीबीआई से महुआ मोइत्रा के मामले में जांच करने को कहा था। 6 महीने में सीबीआई को जांच पूरी करनी है और समय-समय पर लोकपाल को जांच के बारे में अपडेट भी करना है।
महुआ मोइत्रा के खिलाफ उनके ही मित्र रहे वकील जय अनंत देहाद्राई ने सबसे पहले शिकायत की थी। जय अनंत देहाद्राई की सीबीआई से की गई शिकायत को ही बीजेपी के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेजा था। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ने एथिक्स कमेटी को मामला भेजा। जहां जांच के बाद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द् करने की सिफारिश की गई थी। महुआ मोइत्रा पर आरोप है कि दुबई में रहने वाले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे और गिफ्ट लेकर उन्होंने संसद में सवाल पूछे। हीरानंदानी को संसदीय लॉगइन और पासवर्ड देने का गंभीर आरोप भी महुआ मोइत्रा पर है। दर्शन हीरानंदानी ने इस मामले में हलफनामा देकर महुआ पर लगे आरोपों की पुष्टि भी की थी।
महुआ मोइत्रा को टीएमसी के बड़े नेताओं में माना जाता है। उनको ममता बनर्जी ने एक बार फिर बंगाल की कृष्णनगर सीट से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया है। अब सीबीआई के छापे पड़ने से महुआ मोइत्रा की मुश्किल बढ़ सकती है। खासकर लॉगइन और पासवर्ड देने के मामले में उनपर देश के खिलाफ काम करने का गंभीर आरोप लगा है। अगर सीबीआई ने महुआ मोइत्रा को गिरफ्तार किया, तो इससे सियासत भी गरमाने के काफी आसार हैं।