चंडीगढ़ में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के दौरान पकौड़ा बेच रहे 12 छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हालांकि प्रदर्शनकारी छात्र पकौड़े बेचने में नाकाम रहे. उन्हें कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही हिरासत कर लिया गया.
यह विरोध प्रदर्शन पिछले साल एक इंटरव्यू में पीएम मोदी के द्वारा रोजगार के मुद्दे पर दिए गये बयान को लेकर आयोजित किया गया था. सेक्टर 34 थाना प्रभारी बलदेव कुमार ने बताया कि हमने 10 से 12 छात्रों को हिरासत में लिया. हालांकि रैली ख़त्म होने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया.
एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हम यहाँ पकौड़ा योजना के तहत नये रोजगार देने के लिए मोदी जी का स्वागत करने आये हैं. हम रैली में पकौड़ा बेचना चाहते हैं, ताकि वह जान सकें कि शिक्षित युवा के लिए पकौड़े बेचना कितना महान काम है.’
पकौड़े पर खूब हुई राजनीति
पिछले साल बेंगलुरु में इसी तरह छात्रों ने पकौड़े बेच कर प्रदर्शन किया था, जिसमें अमित शाह पकौड़े, पीएम मोदी पकौड़े खूब बेचे गये थे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने तंज कसते हुए कहा था कि ये कितना दुखद है कि नरेंद्र मोदी ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्ट-अप इंडिया’ जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं लॉन्च करने के बाद देश के युवाओं से रोजगार के लिए पकौड़ा बेचने को कह रहे हैं. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा था कि अगर भारत का हर नागरिक पकौड़ा बेचेगा, तो उसे खाएगा कौन?